Haryana : पांच सालों से न्याय के लिए भटक रही पीडि़ता ने आमरण-अनशन की दी चेतावनी
Haryana : पांच सालों से न्याय के लिए भटक रही पीडि़ता ने आमरण-अनशन की दी चेतावनी
-अपना मकान होते हुए भी किराए के मकान में रहने को मजबूर पीडि़त परिवार
-कारोबार ठप होने के कारण पति हो गया हार्ट का मरीज, दवा तक के पैसे को मोहताज
Haryana : सिरसा। पिछले 5 सालों से न्याय के लिए भटक रही शहर के अग्रसन कॉलोनी निवासी पीडि़ता द्वारा सीएम से मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई न किए जाने पर सीएम आवास पर आमरण-अनशन की चेतावनी दी है। इस संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार को भी चेतावनी पत्र भेजा गया है। सीएम को भेजे गए स्मरण पत्र में पीडि़ता रूचि पत्नी राजीव कुमार ने बताया कि 30 जुलाई को वे सीएम से मिले थे और सीएम ने एफसीआर राजस्व विभाग को आदेश देकर त्वरित कार्रवाई के लिए कहा था, लेकिन करीब 5 बाद बीतने के बाद भी अधिकारियों ने सीएम के आदेशों की पालना करना उचित नहीं समझा।
पीडि़ता ने बताया कि करीब 5 वर्ष पूर्व सिरसा स्थित उसके मलकीयती मकान का इंतकाल षडय़ंत्रपूर्वक ढंग से अपने चहेते लोगों के नाम चढ़ाने के आपराधिक मामले में नियम-7 में चार्जशीट किए गए तत्कालीन माल पटवारी हलका सिरसा जसवंत सिंह (कानूनगो पद से रिटायर) को तत्कालीन डीसी सिरसा द्वारा गलत ढंग से नियम-7 से निकालकर नियम-8 की मामूली कार्यवाही करके बचाने व भ्रष्टाचार के इस मामले में आरोपित बनाए गए तत्कालीन तहसीलदार ओपी बिश्नोई व कानूनगो मदन मैहता से भी मोटा नजराना लेकर दोषीगण को विभागीय कार्यवाही में नामजद न करके अंजाम दिए गए भ्रष्टाचार के मामले की निष्पक्ष जांच के लिए भटक रही है।
इन पां च सालों के दौरान उसने अपना मकान होते हुए भी न जाने कितनी बार किराए के मकान बदले हंै। यहां तक के उसके पति का अच्छा खासा कारोबार भी बर्बाद हो गया। पति हार्ट का मरीज है और हालात ये हैं कि उनके पास दवा तक के पैसे नहीं है। अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री के आदेशों को रद्दी की टोकरी में डाला जा रहा है। इतना ही नहीं, इस संबंध में उसके स्मरण 2 सितंबर 2024 पर को भी बिना अपेक्षित कार्यवाही के दबा दिया गया है। बड़ा सवाल ये है कि जब सीएम के आदेशों की ही अधिकारी परवाह नहीं करते तो आम आदमी सुनवाई की उम्मीद भी क्या कर सकता है। पीडि़ता ने कहा कि उसके सामने आमरण-अनशन पर बैठने के अलावा कोई और चारा नहीं है।