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love से हारे iit बाबा ने खोले कई राज, लड़की प्यार की लास्ट स्टेज पर बन जाती है दुल्हन ओर लड़का बन जाता है ….

महाकुंभ 2025 में एक अनोखी और प्रेरणादायक कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है। सोशल मीडिया पर IIT बाबा के नाम से मशहूर अभय सिंह ने अपनी अनोखी यात्रा से लाखों दिलों को छू लिया है। कभी IIT से स्नातक और 36 लाख रुपये के सालाना पैकेज पर नौकरी करने वाले अभय सिंह आज भगवा वस्त्र धारण कर अध्यात्म के मार्ग पर चल पड़े हैं। उनके जीवन की कहानी एक गहरी प्रेम त्रासदी से शुरू होती है, जिसमें प्यार में मिले धोखे ने उनकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया। बाबा अभय सिंह का मानना है कि जब लड़कियां प्यार में धोखा देती हैं, तो वह किसी और से शादी करके अपनी जिंदगी में आगे बढ़ जाती हैं, जबकि लड़के, जिन्हें धोखा मिलता है, अक्सर आत्महत्या जैसे कदम उठा लेते हैं या फिर उनके जीवन का रास्ता पूरी तरह बदल जाता है। यही दर्द और मोहभंग बाबा अभय सिंह को आध्यात्मिक गुरु बनने की ओर ले गया। महाकुंभ मेले में उनके प्रवचनों में लोग बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं, और उनके विचारों को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी हुई है।

उनकी कहानी ने युवाओं को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि प्यार में मिली असफलता और जीवन में आए उतार-चढ़ाव को कैसे संभालें। कई लोग उनके विचारों और उपदेशों को सकारात्मक और प्रेरणादायक मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसे मात्र प्रचार का माध्यम कह रहे हैं। लोगों का कहना कि प्यार का अंतिम चरण लड़कियों को दुल्हन बना देता है और लड़कों को आध्यात्म की ओर धकेल देता है, तेजी से वायरल हो रहा है। लोगों का मानना है कि अधिकतर साधु-संतों की तरह बाबा अभय सिंह का जीवन भी किसी गहरी चोट और मोहभंग की कहानी से जुड़ा हुआ है। IIT जैसी प्रतिष्ठित संस्था से पढ़ाई करने और एक शानदार करियर को त्यागकर अध्यात्म का रास्ता अपनाना उनकी आंतरिक पीड़ा और उनके आत्मिक परिवर्तन को दर्शाता है।

सोशल मीडिया पर बाबा अभय सिंह के उपदेशों और उनके विचारों पर आधारित शॉर्ट रील्स और वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। युवा पीढ़ी उनके विचारों को लेकर प्रभावित है। कुछ उनके जीवन दर्शन को प्रेरणा मानते हैं और इसे अपने जीवन में अपनाने का प्रयास कर रहे हैं, तो कुछ इसे केवल एक प्रचार का तरीका कह रहे हैं। बाबा का मानना है कि प्यार में मिले धोखे के बाद आत्महत्या करना या डिप्रेशन में चले जाना किसी समस्या का समाधान नहीं है। इसके बजाय, व्यक्ति को जीवन का गहरा अर्थ खोजने और अध्यात्म की ओर बढ़ने की आवश्यकता है।

उनकी कहानी और उनके विचार युवाओं को यह सिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि कठिनाइयों के बावजूद जीवन में आगे बढ़ना संभव है। महाकुंभ में उनकी उपस्थिति और उनके विचारों ने उन्हें और भी लोकप्रिय बना दिया है। सोशल मीडिया पर उनकी लोकप्रियता और उनके जीवन के प्रति लोगों की जिज्ञासा ने उन्हें एक अलग पहचान दी है। उनका यह सफर दिखाता है कि गहरी चोट और मोहभंग के बाद भी जीवन को एक नई दिशा दी जा सकती है। उनके विचार यह संदेश देते हैं कि प्यार में मिली हार को आत्मिक विजय में बदला जा सकता है। उनका जीवन युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है, और उनकी कहानी बताती है कि जीवन में कोई भी कठिनाई स्थायी नहीं होती, अगर हम उसे सही तरीके से संभालें।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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