Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में गंभीर प्रदूषण का कहर, GRAP-3 की पाबंदियां लागू, जानें क्या रहेगा बंद
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण गंभीर स्तर पर, GRAP-3 लागू, निर्माण कार्यों पर रोक, BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध। जानें सरकार की पाबंदियां और नागरिकों के लिए सुझाव।
Delhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में गंभीर प्रदूषण का कहर, GRAP-3 की पाबंदियां लागू, जानें क्या रहेगा बंद
Delhi Pollution: 15 November, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 418 और गुरुवार को बढ़कर 424 तक पहुंच गया, जो देश में सबसे अधिक है। इस स्थिति को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने इमरजेंसी बैठक कर शुक्रवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू करने का निर्णय लिया।
इस पाबंदी के तहत BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों पर दिल्ली और एनसीआर के प्रमुख इलाकों में रोक लगाई जाएगी। स्कूलों में पांचवीं तक के बच्चों के लिए कक्षाएं ऑनलाइन कर दी गई हैं, और निर्माण कार्य पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
GRAP-3 के मुख्य प्रतिबंध
प्रतिबंध विवरण
वाहन प्रतिबंध BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहन दिल्ली-एनसीआर में प्रतिबंधित
निर्माण कार्य सभी प्रकार के निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक
सड़क निर्माण बड़े सड़क निर्माण कार्य और पेंटिंग, पॉलिशिंग, वर्निशिंग कार्य बंद
वाहन चालान नियम उल्लंघन पर ₹20,000 का जुर्माना
दिल्ली में 5 लाख वाहनों पर लगेगा प्रतिबंध
GRAP-3 के अनुसार, BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाले चार पहिया वाहनों पर रोक लगाई गई है। दिल्ली में लगभग 5 लाख कारें इस नियम के तहत प्रभावित होंगी। जिन वाहनों का पंजीकरण 1 अप्रैल 2010 से पहले हुआ है, वे इस प्रतिबंध के दायरे में आएंगे। इसके अलावा, आपातकालीन सेवाओं और सरकारी कार्यों में उपयोग हो रहे वाहनों को इस नियम से छूट दी गई है।
ऑनलाइन कक्षाएं और स्कूल बंद
दिल्ली में प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए मुख्यमंत्री आतिशी ने पांचवीं तक के सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी, जबकि अन्य कक्षाओं के लिए स्कूल सामान्य रूप से खुले रहेंगे।
प्रदूषण की मुख्य वजहें
सीपीसीबी के अनुसार, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण का कारण प्रतिकूल मौसम, वाहनों का उत्सर्जन, और 30% तक पराली का धुआं है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए ग्रेप-3 लागू किया, जिसमें निर्माण कार्य, सड़क निर्माण, और बड़े मरम्मत कार्य पर भी रोक लगा दी गई है। धूल और अन्य प्रदूषणकारी पदार्थों की लोडिंग-अनलोडिंग को भी रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रियंका गांधी का बयान
दिल्ली की इस भयावह स्थिति पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी चिंता जताई है। केरल से दिल्ली लौटते समय उन्होंने कहा, “दिल्ली में लौटना गैस चैंबर में प्रवेश करने जैसा है।” उन्होंने सभी को स्वच्छ हवा के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया और इसे बच्चों, बुजुर्गों और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए गंभीर संकट बताया।
जनता के लिए सुझाव और CAQM के दिशा-निर्देश
सार्वजनिक परिवहन का अधिकतम उपयोग करें।
वाहनों का अनावश्यक उपयोग न करें।
सड़कों पर धूल नियंत्रण के लिए पानी का छिड़काव बढ़ाएं।
स्कूल और कार्यालयों में ऑनलाइन विकल्पों का अधिक प्रयोग करें।