Russian Woman Video : रूसी महिला का वीडियो वायरल, विदेशों तक छाया Russian Woman का मामला ?
Russian Woman Video : रूसी महिला का वीडियो वायरल, विदेशों तक छाया Russian Woman का मामला ?
Russian Woman Video : रूस की एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उसने अपने पति की सुरक्षा को लेकर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मदद की गुहार लगाई है। इस महिला का नाम काजिया है, जिसने भारतीय एनआरआई गौरव अहलावत से शादी की है। इंदौर में एक व्यापारिक विवाद के चलते काजिया ने यह वीडियो साझा किया, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई है।
क्या है पूरा मामला?
मामला तब शुरू हुआ जब गौरव अहलावत का स्थानीय कन्फेक्शनरी व्यवसायी संजय जैसवानी के साथ विवाद हो गया। गौरव ने पुलिस से इसकी शिकायत की, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद काजिया ने वीडियो जारी कर अपने पति की सुरक्षा पर सवाल उठाए।
वीडियो में काजिया ने आरोप लगाया कि उनके पति को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं और पुलिस उनकी कोई मदद नहीं कर रही। इस वीडियो के वायरल होते ही मामला तेजी से बढ़ता चला गया, जिससे इंदौर प्रशासन पर भी दबाव बढ़ गया।
मामले की जांच में पता चला कि गौरव अहलावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में आयोजित एक निवेश कार्यक्रम से प्रेरित होकर इंदौर में संजय जैसवानी के साथ व्यापार में निवेश किया था। आरोप है कि संजय जैसवानी ने गौरव के साथ धोखाधड़ी की और उन्हें तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा।
काजिया ने वीडियो में आरोप लगाया कि उनके पति को करोड़ों की धोखाधड़ी में फंसाया गया और जैसवानी ने गौरव को जान से मारने और 200 टुकड़े करने की धमकी दी। गौरव को तीन दिन तक बंधक बनाकर रखा गया, और जब स्थानीय पुलिस से कोई सहायता नहीं मिली, तो काजिया ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर दिया।
#NRI_निवेशक को #MP में धमकी मिली, पत्नी ने #मास्को से #PM से मदद मांगी!
ये उसी #NRI_गौरव_अहलावत की पत्नी है, जिसे कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी ने 200 टुकड़े करने की धमकी दी!
मास्को में रह रही गौरव की पत्नी ने #PM और मध्य प्रदेश के #CM से मदद की गुहार लगाई!… pic.twitter.com/KtmrNXB850— Umang Singhar (@UmangSinghar) October 11, 2024
वीडियो वायरल होने के बाद रूस के दूतावास ने भी मामले में हस्तक्षेप किया। दूतावास ने इंदौर के जिलाधिकारी को एक ईमेल भेजा, जिसमें सवाल किया गया कि आखिर एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की जा रही है। इसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया और जिलाधिकारी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया।
मध्य प्रदेश के विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला किया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री को टैग करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं मध्य प्रदेश में निवेशकों का मनोबल गिरा सकती हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं।