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Garuda Purana: मौत आने से पहले दिखाई देते हैं ये बड़े संकेत, आते ही समझ लेना हो गया काम, जानिए क्या हैं वो?

गरुड़ पुराण में मृत्यु से पहले के 5 प्रमुख संकेत बताए गए हैं। जानिए कौन से संकेत व्यक्ति की मृत्यु के निकट होने की सूचना देते हैं और कैसे ये जीवन के अंतिम क्षणों को पहचानने में मदद करते हैं।

Garuda Purana: मौत आने से पहले दिखाई देते हैं ये बड़े संकेत, आते ही समझ लेना हो गया काम, जानिए क्या हैं वो?

Garuda Purana: गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है, जो जीवन और मृत्यु के रहस्यों पर प्रकाश डालता है। इसमें यह भी बताया गया है कि मृत्यु से पहले व्यक्ति को कुछ खास संकेत मिलते हैं, जो उसकी मृत्यु के निकट होने का संकेत देते हैं। ये संकेत न केवल व्यक्ति को मानसिक रूप से तैयार करते हैं, बल्कि जीवन के अंतिम चरण में आने का पूर्वाभास भी देते हैं। आइए जानते हैं गरुड़ पुराण के अनुसार वे महत्वपूर्ण संकेत जो मृत्यु की ओर इशारा करते हैं।

1. आंखों से नाक का भाग न दिखना (nose not visible from eyes)
गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति को उसकी आंखों से नाक का आगे का हिस्सा दिखाई देना बंद हो जाए, तो यह संकेत है कि उसकी मृत्यु निकट है। यह शारीरिक दृष्टि में कमजोरी और अंतर्मन की गहराई में जाने का प्रतीक माना जाता है।

2. गंध महसूस न होना (loss of smell)
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि अगर किसी व्यक्ति को दिया बुझने के बाद गंध महसूस नहीं होती, तो इसका मतलब है कि उसकी उम्र बहुत ही कम बची है। यह व्यक्ति की इंद्रियों के कमजोर पड़ने का प्रतीक है, जो मौत के करीब आने का संकेत देता है।

3. दोनों कानों से ध्वनि का न सुनाई देना (hearing loss in both ears)
गरुड़ पुराण के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति अपने दोनों कानों में उंगली डालकर ध्वनि नहीं सुन पाता है, तो इसका मतलब है कि उसकी मृत्यु नजदीक है। यह इंद्रियों की समाप्ति का संकेत है, जो मृत्यु के आगमन की ओर इशारा करता है।

4. तेल या परछाई में अपना साया न दिखना (not seeing one’s shadow in oil or shadow)
अगर कोई व्यक्ति तेल या परछाई में अपना प्रतिबिंब नहीं देख पाता, तो यह भी मृत्यु के निकट होने का एक संकेत है। गरुड़ पुराण के अनुसार, जब व्यक्ति को अपनी परछाई नहीं दिखती, तो उसकी मृत्यु एक महीने के भीतर हो सकती है। यह आत्मा के शरीर से अलग होने का संकेत है।

5. कुत्ते का पीछा करना (dog chasing)
गरुड़ पुराण में यह भी बताया गया है कि अगर घर से निकलते ही कोई कुत्ता लगातार चार दिन तक आपके पीछे पड़ जाए, तो यह आपकी निकट भविष्य में मृत्यु की ओर इशारा करता है। हिंदू शास्त्रों में कुत्ते को यम के दूत के रूप में देखा जाता है, जो मृत्यु का संकेत लाता है।

गरुड़ पुराण के अनुसार, जब किसी व्यक्ति की सांस उल्टी दिशा में चलने लगे, तो यह स्पष्ट संकेत है कि मृत्यु देवता यम उसके पास आ चुके हैं। सांस का उल्टा चलना व्यक्ति के जीवन के अंत की ओर इशारा करता है, और यह समय उस व्यक्ति के अंतिम दिन को दर्शाता है।

गरुड़ पुराण केवल मृत्यु के संकेतों पर ही नहीं, बल्कि मृत्यु के बाद आत्मा के सफर और पुनर्जन्म के रहस्यों पर भी प्रकाश डालता है। इसमें दिए गए संकेत व्यक्ति को अपनी जिंदगी के अंत की ओर इशारा करते हैं और उसे मानसिक रूप से तैयार होने का अवसर प्रदान करते हैं।

गरुड़ पुराण हिंदू धर्म में विशेष स्थान रखता है और इसे मृत्यु से जुड़े सवालों के उत्तर देने वाला माना जाता है। इसमें न केवल मृत्यु के संकेतों का वर्णन किया गया है, बल्कि मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा, पुनर्जन्म, और मोक्ष के मार्ग पर भी प्रकाश डाला गया है।

Sandeep Verma

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