Up News : अब योगी सरकार करेगी खरीफ फसलों की खरीदारी, यूपी के 2 करोड़ 30 लाख किसानों को मिलेगा भरपूर समर्थन मूल्य, ये दस्तावेज रखें तैयार
Up News : अब योगी सरकार करेगी खरीफ फसलों की खरीदारी, यूपी के 2 करोड़ 30 लाख किसानों को मिलेगा भरपूर समर्थन मूल्य, ये दस्तावेज रखें तैयार
Up News : खेत तक, 16 अगस्त, फिरोजाबाद, उत्तर प्रदेश – उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आई है। योगी सरकार ने इस बार धान, मक्का और बाजरा जैसी खरीफ फसलों की खरीदारी का ऐलान किया है। सरकार ने समर्थन मूल्य घोषित कर दिया है और इसके लिए राज्य भर में कई क्रय केंद्र भी खोल दिए गए हैं। यह पहल राज्य के 2 करोड़ 30 लाख किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने में मदद करेगी।
समर्थन मूल्य और क्रय केंद्रों की जानकारी
योगी सरकार ने धान, मक्का और बाजरा की खरीद के लिए समर्थन मूल्य की घोषणा कर दी है। इस बार कॉमन धान का समर्थन मूल्य ₹2300 प्रति क्विंटल और धान ग्रेड ए का समर्थन मूल्य ₹2320 प्रति क्विंटल रखा गया है। इसके अलावा, मक्का का समर्थन मूल्य ₹2225 प्रति क्विंटल और बाजरे का समर्थन मूल्य ₹2625 प्रति क्विंटल तय किया गया है।
राज्य में इन फसलों की खरीद के लिए विशेष क्रय केंद्र खोले गए हैं। फिरोजाबाद जिले में धान की खरीद के लिए 13, मक्का के लिए 4 और बाजरा के लिए 21 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। ये केंद्र किसानों को उनकी फसलें बेचने और उचित मूल्य प्राप्त करने में सहायता करेंगे।
पंजीकरण प्रक्रिया
किसानों को अपनी फसलों को बेचने के लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पोर्टल fcs.up.gov.in पर पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद, संबंधित तहसील के तहसीलदार और उपजिलाधिकारी द्वारा किसान के रकबे में बोई गई फसल का सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही किसान अपनी फसलें सरकारी क्रय केंद्रों पर बेच सकेंगे।
आवश्यक दस्तावेज़ और खरीद प्रक्रिया
क्रय केंद्रों पर फसल बेचते समय किसानों को कुछ आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होंगे, जिनमें आधार कार्ड, पंजीकरण प्रपत्र, और बैंक पासबुक की फोटो कॉपी शामिल हैं। ई-पॉप मशीन के माध्यम से फसल की खरीद की जाएगी, जिससे पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और सरल हो सकेगी।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी, विजेयता सिंह, ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त करने के लिए राजकीय क्रय केंद्रों पर ही फसल बेचें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर किसान टोल फ्री नंबर 1800-1800-150 पर कॉल कर सकते हैं।
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने दस्तावेज़ पहले से तैयार रखें और सत्यापन प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा कर लें। सरकार की इस पहल का लाभ उठाने के लिए समय पर पंजीकरण कराना और अपनी फसलें सही समय पर क्रय केंद्रों पर बेचने के लिए तैयार रहना आवश्यक है।