सरकारी योजना

EPS Pension: 20 साल नौकरी के बाद 15,000 सैलरी वाले कर्मचारी को कितनी मिलेगी पेंशन?

EPS Pension Scheme के तहत 20 साल नौकरी के बाद 15,000 सैलरी पर कितनी पेंशन मिलेगी? जानिए पेंशन की गणना, लाभ, और इसके तहत मिलने वाली आर्थिक सुरक्षा।

EPS Pension: 20 साल नौकरी के बाद 15,000 सैलरी वाले कर्मचारी को कितनी मिलेगी पेंशन?

EPS Pension: कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के तहत अगर आपकी सैलरी 15,000 रुपये है और आपने 20 साल तक नौकरी की है, तो आपको कितनी पेंशन मिलेगी? यह सवाल हर उस कर्मचारी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जो रिटायरमेंट के बाद वित्तीय सुरक्षा की योजना बना रहा है। इस आर्टिकल में हम EPS पेंशन की पूरी जानकारी देंगे और पेंशन की गणना कैसे होती है, इसे भी समझेंगे।

EPS क्या है और इसमें निवेश कैसे होता है?

EPS (Employee Pension Scheme) को 1995 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद एक नियमित पेंशन प्रदान करना है। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए है जो EPF (Employees’ Provident Fund) में योगदान करते हैं। जब भी कोई कर्मचारी EPF में योगदान करता है, तो नियोक्ता का एक हिस्सा EPS में भी जमा होता है। EPS में नियोक्ता के योगदान की गणना अधिकतम 15,000 रुपये की सैलरी पर की जाती है।

जब किसी कर्मचारी की सैलरी 15,000 रुपये या उससे अधिक होती है, तब भी EPS में नियोक्ता का योगदान 15,000 का 8.33%, यानी 1,250 रुपये प्रति महीने ही होता है।

20 साल की नौकरी के बाद कितनी मिलेगी पेंशन?

EPS पेंशन की गणना एक विशेष फॉर्मूले से की जाती है:

पेंशन = (पेंशन योग्य सैलरी x सेवा वर्ष) / 70

यहां पेंशन योग्य सैलरी का मतलब है आपकी औसत सैलरी जो आपने आखिरी 5 सालों में प्राप्त की है, लेकिन इसमें अधिकतम सीमा 15,000 रुपये मानी जाती है।

अब, अगर किसी कर्मचारी की सैलरी 15,000 रुपये है और उसने 20 साल तक नौकरी की है, तो उसकी पेंशन की गणना इस प्रकार होगी:

पेंशन = (15,000 x 20) / 70
पेंशन = 3,00,000 / 70
पेंशन = 4,285.71 रुपये प्रति महीने

यानी, अगर आपकी सैलरी 15,000 रुपये है और आपने 20 साल तक नौकरी की है, तो आपको हर महीने लगभग 4,285 रुपये की पेंशन मिलेगी।

EPS पेंशन की गणना तालिका

सैलरी (₹)सेवा वर्षमासिक पेंशन (₹)
10,000202,857
12,000203,428
15,000204,285
15,000255,357
15,000306,428

EPS के प्रमुख फायदे

  • जीवन भर पेंशन: EPS योजना के तहत पेंशन आपको जीवन भर मिलती रहती है। इसके अलावा, आपकी मृत्यु के बाद भी पेंशन आपके परिवार (पति/पत्नी या बच्चों) को मिलती रहती है।
  • आर्थिक सुरक्षा: नौकरी छोड़ने या रिटायरमेंट के बाद भी आपको एक नियमित आय मिलती रहती है, जिससे आपका आर्थिक भविष्य सुरक्षित रहता है।
  • परिवार को सहायता: यदि कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को आर्थिक सहायता मिलती है। पति/पत्नी या बच्चों को पेंशन मिलती रहती है।

EPS के लिए पात्रता और अन्य महत्वपूर्ण बातें

  • पेंशन पात्रता: EPS के तहत पेंशन का लाभ पाने के लिए कर्मचारी को कम से कम 10 साल की नौकरी करनी जरूरी होती है।
  • रिटायरमेंट की उम्र: आमतौर पर पेंशन 58 साल की उम्र के बाद दी जाती है। हालांकि, 50 साल की उम्र में भी पेंशन ले सकते हैं, लेकिन इसमें पेंशन राशि कम हो जाती है।
  • पेंशन बढ़ोतरी की संभावना: EPS पेंशन की राशि फिक्स्ड होती है, यानी इसमें हर साल बढ़ोतरी नहीं होती। हालांकि, सरकार समय-समय पर बदलाव कर सकती है।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button