राजस्थान में 132 केवी GSS पर संकट: प्राइवेट कंपनी के हड़ताल से डिस्कॉम कर्मचारियों ने संभाली जिम्मेदारी
राजस्थान में 132 केवी GSS के ठेका कर्मचारियों की हड़ताल के बाद डिस्कॉम कर्मचारियों ने संचालन संभाला। सरकार ने नई टेंडर प्रक्रिया शुरू की।
राजस्थान में 132 केवी GSS पर संकट: प्राइवेट कंपनी के हड़ताल से डिस्कॉम कर्मचारियों ने संभाली जिम्मेदारी
खेत तक, जयपुर, 13 सितम्बर, राजस्थान में 132 केवी ग्रिड सब स्टेशन (GSS) का संचालन करने वाली प्राइवेट कंपनी जेबीएस एंटरप्राइजेज के ठेका कर्मचारियों ने जून, जुलाई और अगस्त महीने का वेतन न मिलने के कारण हड़ताल कर दी। इसका असर राज्य के कई जिलों में पड़ा, जिसमें प्रतापगढ़ और चित्तौड़गढ़ भी शामिल हैं। ठेका कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने न केवल वेतन रोका बल्कि उन्हें पीएफ भी नहीं दिया जा रहा था, और सेफ्टी इक्विपमेंट भी उपलब्ध नहीं कराए गए थे।
इस हड़ताल के कारण राज्य सरकार को तुरंत कार्रवाई करते हुए डिस्कॉम कर्मचारियों को 132 केवी GSS पर तैनात करना पड़ा। इसके साथ ही, राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड (RVNL) ने यह सुनिश्चित किया कि GSS का संचालन बंद न हो।
जेबीएस एंटरप्राइजेज के मैनेजिंग डायरेक्टर मिलिंद ठेकेदार ने पत्र के माध्यम से बताया कि कंपनी की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन वे जल्द ही अपने कर्मचारियों का भुगतान करेंगे। उन्होंने ठेका कर्मचारियों से अपील की कि वे हड़ताल खत्म कर काम पर लौट आएं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
राजस्थान के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि कंपनी को पिछली सरकार द्वारा गलत तरीके से टेंडर दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है, और यदि कंपनी दोषी पाई जाती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, सरकार ने नए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि यदि जेबीएस एंटरप्राइजेज अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने में असमर्थ रहती है तो दूसरी कंपनी को काम सौंपा जा सके।
डिस्कॉम के निदेशक नथमल डिडेल ने बताया कि सभी 132 केवी GSS पर सरकारी कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। हर GSS पर तीन डिस्कॉम कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी गई है ताकि कोई भी ग्रिड सब स्टेशन बिना कर्मचारियों के न रहे। इसके साथ ही, एक-एक एईएन और जेईएन भी प्रत्येक GSS पर नियुक्त किए गए हैं।
राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड ने 22 सितंबर को नए टेंडर की प्रक्रिया पूरी करने की घोषणा की है। अगर जेबीएस एंटरप्राइजेज समय पर भुगतान नहीं कर पाती है और हड़ताल जारी रहती है, तो कंपनी को हटाकर दूसरी कंपनी को GSS का संचालन सौंपा जाएगा।