Smart pashupalan: एक ही खेत में उगाएं 5 तरह का चारा, पशुओं का बढ़ेगा दूध और खूब होगे मोटे ताजे
अगर पशुपालक अपने पशुओं के लिए हरे चारे की पर्याप्त मात्रा प्राप्त करना चाहते हैं, तो वे ज्वार, मक्का, बाजरा, लोबिया और ग्वार को एक ही खेत में उगा सकते हैं।
Smart pashupalan: एक ही खेत में उगाएं 5 तरह का चारा, पशुओं का बढ़ेगा दूध और खूब होगे मोटे ताजे
अगर पशुपालक अपने पशुओं के लिए हरे चारे की पर्याप्त मात्रा प्राप्त करना चाहते हैं, तो वे ज्वार, मक्का, बाजरा, लोबिया और ग्वार को एक ही खेत में उगा सकते हैं। इन पाँच प्रकार के चारे को मिलाने से पशुओं को अधिक पौष्टिक और संतुलित आहार मिलता है।
इन चारे की बुवाई कैसे करें
अपने खेत में 2:1 के अनुपात में इन चारे की बुवाई करें। इसके लिए प्रति हेक्टेयर 20-25 किलो बीज की जरूरत होती है। बीज को 20-25 सेमी की दूरी पर पंक्तियों में बोना चाहिए। बुवाई से पहले खेत में 50 किलो नाइट्रोजन, 30 किलो फास्फोरस और 30 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर डालें।
हरे चारे के लाभ
प्रोटीन की उच्च मात्रा को पूरा करने के लिए यह चारा सबसे उत्तम है यह पशुओं के लिए आवश्यक प्रोटीन प्रदान करता है। हरे चारे में विटामिन ए और केरोटीन पाया जाता है जो पशुओं में अंधेपन से सुरक्षा करता है। यह पशुओं को संतुलित आहार देता है, जिससे उनकी सेहत अच्छी रहती है।
नाइट्रोजन की सही मात्रा से पाएं बेहतर उपज
खेती में नाइट्रोजन का सही अनुपात बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। बुवाई के एक महीने बाद 30 किलो नाइट्रोजन को खड़ी फसल में पंक्तियों के बीच छिटकना चाहिए। कम सिंचाई वाले क्षेत्रों में भी नाइट्रोजन का संतुलित उपयोग फसल की गुणवत्ता में सुधार करता है। सही समय पर सही तरीके से खेती करने से किसान अधिक उपज और पोषक तत्वों से भरपूर फसल प्राप्त कर सकते हैं।