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सरसों की नई हाइब्रिड किस्म RHH 2101: खारा पानी और कम सिंचाई में भी देगी जबरदस्त उत्पादन

सरसों की नई हाइब्रिड किस्म RHH 2101, कम सिंचाई और खारे पानी में भी बेहतरीन उत्पादन देती है। जानें इसकी विशेषताएं, बुवाई का समय, और उर्वरक की सही मात्रा।

सरसों की नई हाइब्रिड किस्म RHH 2101: खारा पानी और कम सिंचाई में भी देगी जबरदस्त उत्पादन

कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा विकसित हाइब्रिड वैरायटी RHH 2101, किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प, जो कम सिंचाई और खारे पानी में भी देगी शानदार पैदावार।

किसान भाइयों के लिए एक अच्छी खबर है। कृषि विश्वविद्यालय हिसार द्वारा विकसित की गई सरसों की हाइब्रिड किस्म RHH 2101, हर तरह की मिट्टी और जलवायु में अद्वितीय पैदावार देने वाली साबित हो रही है। यह खासकर उन किसानों के लिए है, जो कम सिंचाई वाले या खारे पानी वाले क्षेत्रों में खेती करते हैं। इस वैरायटी को किसानों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है, जिससे उन्हें कम संसाधनों में भी अधिक लाभ मिल सके।

उत्पादन क्षमता और लाभ
डॉ. राम अवतार, हिसार कृषि विश्वविद्यालय के तिलहन विभाग के अध्यक्ष और प्रमुख सरसों वैज्ञानिक, के अनुसार, सरसों की यह हाइब्रिड किस्म RHH 2101 औसतन 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उत्पादन देती है, जो अन्य पारंपरिक किस्मों की तुलना में काफी अधिक है। किसान इस वैरायटी से प्रति एकड़ लगभग 12-13 क्विंटल उपज प्राप्त कर सकते हैं। यह किस्म किसानों के लिए एक लाभकारी विकल्प है, जो हर प्रकार की मिट्टी में अच्छा प्रदर्शन करती है।

बुवाई और समय
इस वैरायटी की बुवाई का सही समय 10 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक है, जब तापमान 35°C से कम हो। यह किस्म हल्की, मध्यम और भारी मिट्टी में भी बोई जा सकती है, जिससे यह हर क्षेत्र के किसानों के लिए उपयुक्त हो जाती है।

उर्वरक और खाद
डॉ. राम अवतार के अनुसार, RHH 2101 सरसों की खेती में सही मात्रा में उर्वरक का उपयोग आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बेसल डोज के रूप में प्रति एकड़ 30 किलो यूरिया और आधा कट्टा डीएपी का उपयोग करना चाहिए। अगर SSP का उपयोग कर रहे हैं, तो 35 किलो यूरिया और डेढ़ कट्टा SSP देना चाहिए। इससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं और उत्पादन क्षमता में वृद्धि होती है।

सिंचाई
यह हाइब्रिड किस्म विशेष रूप से कम सिंचाई या खारे पानी वाले क्षेत्रों में भी बेहतर प्रदर्शन करती है। इसके अलावा, डॉ. राम अवतार ने सलाह दी है कि सरसों की फसल में दो बार फफूंद नाशक स्प्रे अवश्य करें। पहला स्प्रे 45-50 दिनों के बाद करें, जब पौधे की ऊंचाई 10-12 इंच हो, और दूसरा स्प्रे 60-65 दिनों के बाद, जब पौधे की ऊंचाई 18-20 इंच हो।

RHH 2101 सरसों की हाइब्रिड किस्म किसानों के लिए एक शानदार विकल्प है, जो कम सिंचाई, खारे पानी और विविध प्रकार की मिट्टी में भी उच्च पैदावार देती है। इस वैरायटी से किसानों को न सिर्फ अधिक उत्पादन मिलेगा बल्कि उनकी लागत भी कम होगी। यह किस्म किसानों की समृद्धि और खेती के भविष्य को और बेहतर बनाएगी।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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