Raker Machine : धान के खेतों से पराली हटाना हुआ आसान, अब मार्केट में आई रैकर मशीन, 1 घंटे में 10 एकड़ से पराली को करेगी साफ, 80 % सब्सिडी
सरकार से 80% सब्सिडी के साथ, रैकर और बेलर किसानों की मदद के लिए तैयार
Raker Machine : धान के खेतों से पराली हटाना हुआ आसान, अब मार्केट में आई रैकर मशीन, 1 घंटे में 10 एकड़ से पराली को करेगी साफ, 80 % सब्सिडी
खेत तक: 14 अगस्त 2024, नई दिल्ली, किसान भाईयो जैसा कि आप सभी जानते है कि धान कि कटाई-बढाई के बाद सबसे बड़ा और मुश्किल काम है खेत से धान की पराली को हटाना। खेत से पराली को हटना किसानों के लिए मुश्किल ही नही बल्कि टेंसन उत्पन्न करने वाला काम है। क्योंकि किसान अगर धान के अवशेषों को जला दें तो उनको सरकारी बाबू उलझा देते हैं। अगर न जलाए तो खेत से प्रोपर तरीके से अवशेषों को खत्म नही किया जा सकता है। लेकिन अब किसानों को निराश होने की जरूरत नही है। क्योंकि अब किसानों की मद्द करने आ गई है रैकर जैसी मशीन। जी हांे जिससे किसान भाई 1 घंटे में ही दर्जनो एकड़ भुमि को साफ कर सकते है।
किसान भाईयों मिली जानकारी के लिए आपको बता दें कि एनजीटी के आदेशों के बाद पराली जलाने पर सख्त रोक लगा दी गई, जिससे किसानों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई थी। परंतु अब आधुनिक कृषि यंत्रों के आगमन से यह समस्या सुलझाई जा रही है। पराली अब समस्या नहीं, बल्कि एक नए आमदनी स्रोत के रूप में उभर रही है। रैकर जैसी मशीनें धान की फसल कटने के बाद खेतों में बचे हुए पराली को आसानी से इकट्ठा करती हैं और उसे बंडलों में बदलने के लिए बेलर का उपयोग किया जाता है।
इसकी जानकारी देते हुए कृषि यंत्र विशेषज्ञ अवतार सिंह ने बताया कि रैकर एक अत्यंत उपयोगी मशीन है, जो खेतों में कटाई के बाद बचे हुए पराली को इकट्ठा करने के लिए उपयोग की जाती है। इसमें लगे टाइन या दांतों की मदद से पराली को जमीन से उठाया जाता है और उसे लाइनों में व्यवस्थित किया जाता है। इसके बाद बेलर का उपयोग करके इस पराली को गट्ठर में बदल दिया जाता है। यह मशीन किसानों के लिए विशेष रूप से सहायक है, क्योंकि यह न केवल खेत को साफ-सुथरा रखती है, बल्कि पराली के जलने से होने वाले प्रदूषण को भी रोकती है।
रैकर की विशेषताएं क्या है?
उपयोग पराली को जमीन से उठाकर लाइन में लगाना
क्षमता 1 घंटे में 8-10 एकड़ खेत साफ करना
आवश्यक ट्रैक्टर पावर 25-30 हॉर्स पावर
मूल्य लगभग 4 लाख रुपये
सरकारी सब्सिडी 50% से 80% तक