Paddy care tips: वैज्ञानिकों ने दी धान कटाई से पहले विशेष सलाह, अधिक उत्पादन के लिए करें ये जरूरी काम
Paddy care tips: वैज्ञानिकों ने दी धान कटाई से पहले विशेष सलाह, अधिक उत्पादन के लिए करें ये जरूरी काम
खरीफ फसलों, खासकर धान की कटाई का समय आ गया है। इस समय किसानों को सही तरीके से धान की कटाई और प्रबंधन करने की जरूरत होती है ताकि अधिक मुनाफा कमाया जा सके। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) के वैज्ञानिकों ने इस संबंध में किसानों को जरूरी सलाह दी है।
सिंचाई बंद करना
धान की कटाई से दो सप्ताह पहले खेतों में सिंचाई बंद कर दें। इससे फसल पकने में मदद मिलेगी और दानों की गुणवत्ता में सुधार होगा।
फसल को सूखाना
कटाई के बाद धान की फसल को 2-3 दिनों तक खेत में सूखने दें। इससे अनाज की गहाई आसानी से हो सकेगी। इसके बाद धान के दानों को अच्छी तरह से धूप में सुखाकर भंडारण करें।
भंडारण की तैयारी
धान को भंडारण में रखने से पहले भंडार घर की अच्छे से सफाई करें। यह अनाज की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जरूरी है और कीटों से बचाव करता है।
धान की पराली का प्रबंधन
धान की कटाई के बाद पराली को जलाने से पर्यावरण को भारी नुकसान होता है। वैज्ञानिकों ने किसानों को पराली जलाने से बचने की सलाह दी है।
पराली जलाने के नुकसान
प्रदूषण बढ़ता है जिससे सांस और आंखों की समस्याएं हो सकती हैं। धुंध के कारण सूर्य की किरणें फसलों तक नहीं पहुंच पातीं, जिससे प्रकाश संश्लेषण कम होता है और फसल की उत्पादकता घट जाती है।
धान की पराली को जलाने की बजाय जमीन में मिला दें। इससे मृदा की उर्वरकता बढ़ेगी और नमी संरक्षित रहेगी। वैज्ञानिकों ने पूसा डीकंपोजर कैप्सूल का उपयोग करने की सलाह दी है। यह पराली को तेजी से सड़ाने में मदद करता है और मृदा की सेहत सुधारता है।