Organic Farming Success: भीलवाड़ा की पूर्वा जिंदल ऑर्गेनिक खेती से कमा रही हैं 2 लाख प्रति माह, जानें कैसे की शुरुआत और क्या है उनका अनुभव
भीलवाड़ा की पूर्वा जिंदल ने ऑर्गेनिक खेती से सफलता पाई और सालाना 25 लाख रुपए कमा रही हैं। जानें उनकी प्रेरणादायक कहानी और ऑर्गेनिक खेती के फायदों के बारे में।
Organic Farming Success: भीलवाड़ा की पूर्वा जिंदल ऑर्गेनिक खेती से कमा रही हैं 2 लाख प्रति माह, जानें कैसे की शुरुआत और क्या है उनका अनुभव
जैविक खेती के जरिए सालाना 25 लाख कमाने वाली पूर्वा जिंदल ने अन्य किसानों को भी प्रेरित किया—जानिए उनकी प्रेरणादायक यात्रा और कैसे आप भी कर सकते हैं जैविक खेती की शुरुआत।
भीलवाड़ा, राजस्थान: आज के दौर में जब खेती में रासायनिक खादों और कीटनाशकों का प्रयोग बढ़ रहा है, वहीं कुछ किसान जैविक खेती की ओर रुख कर रहे हैं। भीलवाड़ा की 32 वर्षीय पूर्वा जिंदल ने 2020-21 में ऑर्गेनिक खेती की शुरुआत की और अब वह सालाना 25 लाख रुपए कमा रही हैं। उनकी इस सफलता ने न सिर्फ उन्हें आर्थिक मजबूती दी है, बल्कि वह अन्य किसानों को भी जैविक खेती के फायदों के बारे में जागरूक कर रही हैं।
लॉकडाउन के दौरान शुरू की यात्रा
पूर्वा जिंदल ने जैविक खेती की शुरुआत कोरोना महामारी के दौरान की, जब लोग अपने घरों में बंद थे और ताजा सब्जियां व फल आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहे थे। पूर्वा बताती हैं, “मेरे पिता ने मुझे ऑर्गेनिक खेती का सुझाव दिया ताकि लोग शुद्ध और प्रदूषण मुक्त भोजन खा सकें। इसके बाद मैंने मिट्टी का परीक्षण कर उसकी उपजाऊ क्षमता को बेहतर बनाने के उपाय किए।”
उनकी मेहनत और सही रणनीति ने उन्हें सफलता की ओर बढ़ाया। उन्होंने विभिन्न प्रकार की सब्जियों और फलों की खेती की, जिनमें मटर, स्वीटकॉर्न, बैंगन, चुकंदर, टमाटर, मूली, ब्रोकोली, गाजर, फूलगोभी और स्ट्रॉबेरी शामिल हैं। अब, पूर्वा प्रतिदिन 1000-1200 ग्राहकों को अपनी ताजा उपज की आपूर्ति कर रही हैं।
ऑर्गेनिक खेती का अनुभव और तकनीक
पूर्वा ने बताया की ऑर्गेनिक खेती न केवल स्वस्थ और टिकाऊ है, बल्कि यह जमीन की उपजाऊ क्षमता को भी बनाए रखने में मदद करती है। उन्होंने खेती में किचन वेस्ट, गोबर की खाद, और गोमूत्र का उपयोग करना शुरू किया और कैमिकल-फ्री खेती का संदेश किसानों तक पहुंचाया।
घर में भी आप आसानी से ऑर्गेनिक खेती कर सकते हैं। पूर्वा के अनुसार, “छोटे गमलों में गोबर की खाद या किचन वेस्ट से बना कम्पोस्ट डालकर आप अपनी खुद की सब्जियां उगा सकते हैं।”
अन्य किसानों को भी कर रही हैं प्रेरित
पूर्वा सिर्फ खुद तक सीमित नहीं रहीं। उन्होंने अन्य किसानों को भी ऑर्गेनिक खेती के महत्व और फायदों के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया की शुरुआत में किसानों को कैमिकल-फ्री खेती के बारे में संदेह था। उन्हें यह लगता था कि जैविक खेती में लागत और समय ज्यादा लगता है। लेकिन मैंने उन्हें सही मार्गदर्शन दिया और बताया कि कैसे कम्पोस्ट, बायोवेस्ट, और वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कर उपजाऊ क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
पूर्वा ने शुरुआत में 20,000 रुपए से अपना काम शुरू किया और आज वह सालाना 25 लाख रुपए कमा रही हैं। वह कहती हैं कि उनकी सफलता का एक बड़ा हिस्सा बीज से नर्सरी शुरू करना है, जिससे वह खुद अपने पौधे तैयार करती हैं और उन्हें बाजार में बेचती हैं।