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Onion farming : Pyaj ki kheti | प्याज की खेती संपूर्ण जानकारी | Pyaj ki kheti kaise karen | A to Z जानकरी

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Onion farming : Pyaj ki kheti | प्याज की खेती संपूर्ण जानकारी | Pyaj ki kheti kaise karen | A to Z जानकरी

Onion farming : खेत तक, नई दिल्ली, 7 सितम्बर, किसान भाइयो प्याज (Allium cepa) भारत की एक प्रमुख नकदी फसल है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। प्याज की खेती अच्छी देखभाल और वैज्ञानिक तरीके से की जाए, तो यह किसान भाईयों के लिए एक बहुत ही लाभदायक फसल साबित हो सकती है। नीचे प्याज की खेती की A To Z जानकारी दी गई है।

प्याज की फसल 70 दिन में तैयार करने का सीक्रेट
प्याज की फसल को 70-75 दिन में तैयार करने का सबसे बड़ा रहस्य यह है कि आप प्याज की पौध लगाने की बजाय सीधे खेत में “कंद” (small bulbs) लगाएं। कंदों को खासकर अगस्त और सितंबर के महीने में लगाया जाए, तो 70 से 80 दिनों में प्याज तैयार हो जाती है। कंद का विकास बहुत तेज़ी से होता है और इसका आकार भी बड़ा आता है।

भूमि की तैयारी और खाद
प्याज की खेती के लिए अच्छी भुरभुरी मिट्टी और उचित जल निकासी वाली भूमि सबसे उपयुक्त होती है। खेत की अच्छी तैयारी के लिए निम्नलिखित खाद का प्रयोग किया जा सकता है:

DAP (18-46): 50 किग्रा प्रति एकड़
SSP (सिंगल सुपर फास्फेट): 50 किग्रा
MOP (म्यूरिएट ऑफ पोटाश): 25 किग्रा
यूरिया: 20 किग्रा
जिप्सम (सल्फर की पूर्ति के लिए): 25 किग्रा
सड़ी गोबर की खाद: 1-2 ट्रॉली प्रति एकड़

बुवाई का तरीका
प्याज की खेती के लिए मेड़ बनाकर क्यारियों में बुवाई करनी चाहिए। मेड़ से मेड़ की दूरी 16 से 18 इंच और पौधे से पौधे की दूरी 4 इंच होनी चाहिए। डबल लाइन बुवाई के लिए यह विधि उपयुक्त रहती है।

प्याज की प्रमुख किस्में
प्याज की खेती के लिए उपयुक्त किस्मों का चयन करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है। कुछ प्रमुख किस्में इस प्रकार हैं:

पंचगंगा
एलोरा
चाइना किंग
प्रशांत फुरसुंगी
गुलाबी प्याज
रोग एवं कीट नियंत्रण

प्याज की फसल पर कुछ सामान्य रोग और कीट लगते हैं, जैसे कि:

थ्रिप्स
जलेबी रोग
पर्पल ब्लॉच
कंद गलन

इन समस्याओं से बचने के लिए उचित कीटनाशक और फफूंदनाशक का प्रयोग समय पर करना चाहिए।

सिंचाई और पोषण
प्याज की फसल को मध्यम सिंचाई की आवश्यकता होती है। फसल को पोषण देने के लिए सही मात्रा में सल्फर, नाइट्रोजन, पोटाश, और फॉस्फोरस का प्रयोग आवश्यक है। 45-50 दिन की फसल के लिए निम्नलिखित पोषण सामग्री का प्रयोग करें:

सल्फर (90% WSG): 3 किग्रा
माइक्रो न्यूट्रिएंट: 5 किग्रा
नाइट्रोजन (यूरिया): 30 किग्रा

अच्छी फसल और उपज के लिए विशेष टिप्स
70-80 दिन की फसल में बोरॉन और एनपीके (13-45) का छिड़काव करें ताकि प्याज के कंद का आकार और चमक बढ़ सके।
फसल पर स्प्रे के दौरान सिलिकॉन चिपको मिलाएं ताकि दवाइयां पत्तों पर अच्छी तरह से चिपक सकें।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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