MSP Registration 2024 : किसानों के लिए पंजीयन की प्रक्रिया शुरू, समर्थन मूल्य पर खरीदारी का सुनहरा मौका
मध्य प्रदेश में किसानों के लिए समर्थन मूल्य पर धान, ज्वार और बाजरा की खरीद के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरू। 4 अक्टूबर 2024 तक करें पंजीयन। नि:शुल्क और शुल्क आधारित पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है।
MSP Registration 2024 : किसानों के लिए पंजीयन की प्रक्रिया शुरू, समर्थन मूल्य पर खरीदारी का सुनहरा मौका
खेत तक, मध्य प्रदेश में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान, ज्वार और बाजरा की फसलों की समर्थन मूल्य (MSP) पर खरीदारी के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह प्रक्रिया 19 सितंबर 2024 से आरंभ हुई है, और किसान 4 अक्टूबर 2024 तक अपना पंजीयन करा सकते हैं। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने किसानों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित समयसीमा के भीतर पंजीयन करा लें ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
किसानों के लिए नि:शुल्क पंजीयन की सुविधा ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील कार्यालय, सहकारी समितियों और सहकारी विपणन संस्थाओं में उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा, किसान घर बैठे ही एमपी किसान ऐप के माध्यम से भी पंजीयन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है और सरल बनाई गई है ताकि किसान इसे आसानी से कर सकें।
यदि किसान नि:शुल्क पंजीयन नहीं करा पा रहे हैं, तो वे शुल्क देकर एमपी ऑनलाइन कियोस्क, कॉमन सर्विस सेंटर या साइबर कैफे से पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन का शुल्क 50 रुपये से अधिक नहीं होगा। पंजीयन के लिए किसानों को आधार कार्ड, भूमि दस्तावेज और पहचान पत्र की आवश्यकता होगी।
विशेष किसान वर्ग के लिए पंजीयन
सिकमी, बटाईदार, कोटवार और वन पट्टाधारी किसानों के लिए विशेष पंजीयन केंद्र सहकारी समितियों और विपणन संस्थाओं में स्थापित किए गए हैं। इन किसानों का पंजीयन राजस्व विभाग द्वारा सत्यापित किया जाएगा।
आधार वेरिफिकेशन और प्रक्रिया
पंजीयन तभी मान्य होगा जब किसान का आधार नंबर और भूमि रिकॉर्ड में नाम का मिलान हो जाएगा। इसके लिए OTP या बायोमेट्रिक डिवाइस के माध्यम से आधार वेरिफिकेशन किया जाएगा।
किसानों को एसएमएस से मिलेगी सूचना
जो किसान पहले से रबी या खरीफ सीजन में पंजीकृत हैं, उन्हें एसएमएस के माध्यम से पंजीयन की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा, पंचायतों के सूचना पटल और मंडियों में बैनर के माध्यम से भी किसानों को जानकारी दी जाएगी।
समय पर पंजीयन कराने का महत्व
किसानों के लिए यह जरूरी है कि वे 4 अक्टूबर 2024 तक अपना पंजीयन पूरा कर लें, ताकि उन्हें समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके। समय पर पंजीयन न कराने पर किसानों को फसल की बिक्री में समस्याएं हो सकती हैं, जिससे आर्थिक नुकसान भी हो सकता है।