ज़मीन की जमाबंदी आधार से लिंक करना अनिवार्य, नहीं तो हो सकती है बड़ी समस्या, करें आज ही अप्लाई
Ensure the linkage of your land records with Aadhaar and mobile numbers in Bihar to avoid any legal issues. Learn how to do it online and its benefits.
ज़मीन की जमाबंदी आधार से लिंक करना अनिवार्य, नहीं तो हो सकती है बड़ी समस्या, करें आज ही अप्लाई
खेत तक, 4 सितम्बर, बिहार में चल रहे स्पेशल सर्वेक्षण के बीच, जमीन मालिकों के लिए यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि वे अपनी जमीन की जमाबंदी को आधार और मोबाइल नंबर से लिंक करवा लें। इस नए नियम के तहत, अगर जमाबंदी आधार से लिंक नहीं होती है, तो अंचल कार्यालय द्वारा जमाबंदी को बंद कर दिया जाएगा, जिससे जमीन की रजिस्ट्री भी नहीं हो सकेगी।
जमाबंदी की आधार सीडिंग क्यों है जरूरी?
खैरा के अंचलाधिकारी, विश्वजीत कुमार ने बताया कि जमीन की जमाबंदी को आधार से जोड़ने से जमीन मालिक की पहचान सुनिश्चित हो जाती है। इससे जमीन से जुड़े धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, और विवादों में कमी आती है। यह कदम जमीन की खरीद-बिक्री प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने में मदद करता है।
अगर जमाबंदी रैयत की मृत्यु हो चुकी है, तो उनके वारिस भी अपना आधार, मोबाइल नंबर, और वंशावली प्रस्तुत करके जमाबंदी को अपने नाम से लिंक कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से वारिसों को जमीन के मामले में आसानी होगी और वे बिना किसी कानूनी अड़चन के अपनी जमीन के मालिकाना हक को प्रमाणित कर सकेंगे।
कैसे करें जमाबंदी को आधार से लिंक?
अगर आपकी जमीन की जमाबंदी अभी तक आधार से लिंक नहीं हुई है, तो इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए आपको अपने स्थानीय राजस्व कर्मचारी या अंचल कार्यालय से संपर्क करना चाहिए। साथ ही, आप बिहार भूमि पोर्टल https://biharbhumi.bihar.gov.in पर जाकर \“चेक आधार/मोबाइल सीडिंग स्टेटस\” के माध्यम से ऑनलाइन भी स्थिति की जांच कर सकते हैं।
नए नियम
इस नए नियम से जमीन मालिकों को कई लाभ होंगे। सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जमीन मालिक की पहचान पुख्ता हो जाएगी, जिससे ज़मीन संबंधी धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी। इसके अलावा, जमीन की खरीद-बिक्री में पारदर्शिता बढ़ेगी और भूमि संबंधित विवादों में कमी आएगी।
जो लोग इस प्रक्रिया को अभी तक पूरा नहीं कर पाए हैं, उन्हें जल्द से जल्द इसे कराने की सलाह दी जाती है। अन्यथा, उन्हें भविष्य में जमीन से जुड़े मामलों में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अंचलाधिकारी ने यह भी बताया कि यह कदम बिहार के ज़मीन मालिकों के लिए एक महत्वपूर्ण और फायदेमंद साबित होगा।
अगर आप भी बिहार में जमीन के मालिक हैं, तो अपनी जमीन की जमाबंदी को आधार से लिंक करना न भूलें। यह आपके लिए एक सुरक्षित और अनिवार्य कदम है, जिससे भविष्य में आपको किसी भी तरह की कानूनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।