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इजराइल तकनीक से किसानों को मिलेगा खारा पानी से छुटकारा, खेतों में खारे ट्यूबवेल का पानी भी होगा शहद जैसा मीठा

With Israel's technology, farmers will get relief from salty water, water from saline tube wells in fields will also be as sweet as honey.

इजराइल तकनीक से किसानों को मिलेगा खारा पानी से छुटकारा, खेतों में खारे ट्यूबवेल का पानी भी होगा शहद जैसा मीठा

खेत तक, हिसार, 19 सितंबर हरियाणा के हिसार जिले में हाल ही में आयोजित दो दिवसीय कृषि मेले में देशभर से लाखों किसानों ने भाग लिया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य किसानों को खेती की नई-नई तकनीकियों से अवगत कराना और उन्नत बीजों व यंत्रों पर सरकारी दर पर छूट प्रदान करना था। किसानों को खेती से जुड़ी नई जानकारी के साथ-साथ, विभिन्न कृषि यंत्र और तकनीकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें इजराइल की नई तकनीक से खारे पानी को मीठा करने की योजना ने सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया।

किसान भाईयो अगर आपके खेत के ट्यूबवेल का पानी खारा है या फिर किसी फसल को नही मानता हो, ट्यूबवेल के पानी की वजह से फसल उत्पादन कम हो रहा हो तो यह लेख आपको लिए बहुत ही जरूरी और लाभदायक है। किसान साथियो अधिक जानकारी के लिए आपको बता दें हिसार कृषि मेले में खास तौर पर एक प्रदर्शनी लगाई गई जिसमें इजराइल तकनीक का उपयोग करके खेतों के ट्यूबवेल के खारे पानी को शुद्ध और मीठा बनाने का तरीका ,खोजा है। यह तकनीक किसानों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। इससे उन किसानों को राहत मिलेगी जो खारे पानी की वजह से खेतों में उपज नहीं कर पा रहे थे।

इजराइल तकनीक के तहत इस्तेमाल की जाने वाली मिसाईल हाइड्रोलाइजर तकनीक से खारे से खारे पानी को शुद्ध कर के खेती योग्य बनाया जाता है। इसके कई लाभ हैं-

सफेद और काले सोरे को दूर करता है और पानी को सॉफ्ट बनाता है।
पौधों को संपूर्ण पोषण प्रदान करता है और अंकुरण को बढ़ाता है।
खादों की कार्य क्षमता को बढ़ाकर फसल की उत्पादकता को बेहतर करता है।
सख्त मिट्टी को मुलायम बनाता है और नमी बनाए रखता है, जिससे फसल की हरियाली और पैदावार बढ़ती है।

किसानों के लिए बड़ा फायदा
इस तकनीक के जरिए पानी का सही उपयोग सुनिश्चित होगा, जिससे खेती की लागत में कमी आएगी और फसलों की गुणवत्ता में सुधार होगा। यह तकनीक विशेष रूप से उन किसानों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके खेतों में खारा पानी अधिक मात्रा में पाया जाता है। इस तकनीक का इस्तेमाल करके किसान अधिक उपज प्राप्त कर सकते हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकते हैं।

सरकार और विशेषज्ञों की सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस तकनीक को सही से अपनाया जाए, तो यह किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभदायक साबित होगी। हरियाणा सरकार भी इस तकनीक को प्रमोट करने और इसे किसानों तक पहुंचाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। इसके साथ ही, इस तकनीक को देशभर में लागू करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान इसका लाभ उठा सकें।

किसान भाईयो इस तकनीक के बारे मे अधिक जानकारी के लिए 90504.17746 इस नंबर पर फाॅन कर ले सकते है। किसान भाई इस प्रोजेक्ट को अपनाने के लिए अपने विवेक और समझ सें करें। हमारी तरफ से यह सिर्फ किसानो को जानकारी दी गई है।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

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