कृषि समाचारवायरल

मूंग की खेती में फल-फूल कैसे बढाएं, अधिक पैदावार लेने के लिए किसान भाई यह अपनाए यह तकनीक

मूंग की खेती में फल-फूल कैसे बढाएं, अधिक पैदावार लेने के लिए किसान भाई यह अपनाए यह तकनीक

खेत तक, नई दिल्ली, 9 सितंबर, किसान भाईयो अगर खेती में अधिक पैदावार लेनी है तो इस बात का ध्यान होना बहुत ही जरूरी है कि आपकी फसल में सही तरीके से फल औंर फूल आ रहे है या नही। किसान भाईयो यदि आपकी मूँग की फसल में फूल आने की प्रक्रिया धीमी हो रही है या आपकी फसल की ऊँचाई कमजोर है, तो यह लेख आपके लिए बहुत ही जरूरी है। इसमे आपको बताएगें की आप किस प्रकार की दवाएं और टॉनिक्स का उपयोग करके अपनी फसल की गुणवत्ता को सुधार सकते हैं। आइए जानते हैं कि आपकी मूँग की फसल में अधिक फूल लाने और पौधों की वृद्धि को बेहतर बनाने के लिए कौन-कौन सी दवाएं और टॉनिक्स लाभकारी होती हैं।

मूँग की फसल में अधिक फूल लाने के लिए दवाएं
पॉस्टिक डब्ल्यूएस

किसान भाईयो यह दवा मूँग की फसल में फूलों की संख्या बढ़ाने के लिए बहुत ही लाभदायक है। यह पौधों के विकास को बढावा देती है। इतना ही नही किसान भाईयो पॉस्टिक डब्ल्यूएस अधिक से अधिक फूल देने में मदद करती है। जबकि किसान भाईयो इसकी मात्रा 100 ग्राम प्रति 150-200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

ब्रिटोन: किसान भाईयो यह प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (पीजीआर) के रूप में काम करता है और फूलों की बढवार को प्रोत्साहित करता है। यह फसल की ऊँचाई को भी नियंत्रित करता है और फूलों की गुणवत्ता को सुधारता है। जबकि इसकी मात्रा 50 मिलीलीटर प्रति 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

सीरमः किसान भाईयो यह दवा फसल की ऊर्जा को बढ़ाती है और फूलों की संख्या को अधिक बढावा मिलता है। यह पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करती है जिससे फूलों की वृद्धि में अधिक सुधार होता है। इसकी मात्रा 100 ग्राम प्रति 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

मूँग की फसल की ऊँचाई और ग्रोथ को बेहतर बनाने के लिए

ग्रोथ टॉनिक

किसान भाईयो यह टॉनिक पौधों की ग्रोथ को सुधारता है और उनकी ऊँचाई बढ़ाने में मदद करता है। यदि आपकी फसल की ऊँचाई कमजोर है, तो यह टॉनिक बहुत लाभकारी है। इसकी मात्रा 50 मिलीलीटर प्रति 100 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

मल्टी मैक्रो न्यूट्रिएंट
यह मिश्रण विभिन्न विटामिन्स और मिनरल्स प्रदान करता है, जो पौधों की ग्रोथ को प्रोत्साहित करता है और उनकी पोषण संबंधी कमी को पूरा करता है। इसकी मात्रा 200 ग्राम प्रति 200 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।

अन्य जानकारी
छिड़काव का समयः दवाओं का छिड़काव सुबह के समय या शाम को करें जब सूर्य की तीव्रता कम हो।

फसल की स्थितिः यदि आपकी फसल कमजोर है या फूल कम आ रहे हैं, तो उचित समय पर दवाओं का उपयोग करें।

मौसम की स्थितिः भारी बारिश या अत्यधिक गर्मी के दौरान दवाओं का छिड़काव करने से पहले मौसम की स्थिति की जाँच करें।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button