मेड़ विधि से सरसों की डबल पैदावार: 90 दिन की टॉप वेरायटी, किसानों के लिए सुनहरा मौका
मेड़ विधि से सरसों की डबल पैदावार: 90 दिन की टॉप वेरायटी, किसानों के लिए सुनहरा मौका
मेड़ विधि से सरसों की डबल पैदावार: 90 दिन में बेहतर फसल, किसानों के लिए सुनहरा मौका
खेत तक, चंडीगढ़, 20 सितम्बर, सरसों की खेती में नई तकनीकों का प्रयोग अब किसानों के लिए बड़ा लाभकारी साबित हो रहा है। हरियाणा के किसानों ने मेड़ विधि से सरसों की खेती का ट्रायल लेकर डबल पैदावार लेने का तरीका खोजा है। इस ट्रायल को अजमाने के लिए राशि बीज कंपनी की 90 दिन में तैयार होने वाली सरसों की नई वैरायटी का प्रयोग किया जा रहा है। सितंबर महीने में बिजाई शुरू करने पर यह फसल जल्द तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को अधिक उत्पादन और मुनाफा प्राप्त होता है।
मेड़ विधि से सरसों की खेती
किसान मेड़ विधि का प्रयोग कर सरसों की खेती कर रहे हैं, जो मृदा और जल संरक्षण में सहायक होती है। इस विधि में फसल के चारों ओर मिट्टी की मेड़ बनाकर जल रोकने की व्यवस्था की जाती है, जिससे पौधों को आवश्यक नमी प्राप्त होती रहती है। सरसों की इस नई वैरायटी को मेड़ विधि से बोने पर उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
राशि बीज की यह वैरायटी किसानों के लिए एक नए अवसर के रूप में आई है। सितंबर में शुरू की गई इस फसल का ट्रायल अब किसानों और कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। इस नई वैरायटी की बुवाई 12 सितंबर को कंपनी द्वारा और 16 सितंबर को किसान के ट्रायल के रूप में शुरू की गई। इसका मुख्य उद्देश्य है अधिक पैदावार प्राप्त करना और उत्पादन समय को कम करना, जिससे किसानों को जल्दी मुनाफा मिल सके।
नई वैरायटी से उम्मीदें
राशि बीज की यह वैरायटी नई है और इसे किसानो और कम्पनी के द्वारा ट्रायल के रूप में अपनाया जा रहा है। हालांकि इसके परिणाम आने वाले समय में ही पूरी तरह स्पष्ट होंगे, परंतु अब तक की जानकारी के अनुसार इस तकनीक से किसान डबल फसल ले सकते हैं और मुनाफा बढ़ा सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए किसान इस वीडियो को देखें
View this post on Instagram