Wheat price : बढ़ते दामों से आम जनता पर असर, गेहूं से बनने वाले उत्पाद होंगे महंगे
गेहूं की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि: रोटी पर मंडरा रहा महंगाई का संकट
Wheat price : बढ़ते दामों से आम जनता पर असर, गेहूं से बनने वाले उत्पाद होंगे महंगे
खेत तक नई देल्ली, देश में महंगाई की मार से जूझ रहे लोगों के लिए अब एक और बुरी खबर है। गेहूं की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं, जिससे आटे से लेकर ब्रेड और बिस्किट तक के दामों में वृद्धि होने की संभावना है। बीते कुछ दिनों में गेहूं के दामों में लगातार तेजी देखी गई है, जिसने आम जनता को चिंतित कर दिया है।
देश में इस वर्ष रिकॉर्ड पैदावार हुई है, लेकिन इसके बावजूद गेहूं के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। 29 अगस्त, 2024 को गेहूं की कीमत पिछले 9 महीनों में सबसे अधिक स्तर पर पहुंच गई। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस दिन गेहूं के आटे का अधिकतम दाम 64 रुपये प्रति किलो था, जबकि औसत दाम 36 रुपये प्रति किलो और न्यूनतम दाम 28 रुपये प्रति किलो था।
गेहूं की लगातार बढ़ती कीमतों ने आटा मिलर्स और बिस्किट निर्माताओं की चिंताएं बढ़ा दी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर सरकार ने अपने स्टॉक से गेहूं जारी नहीं किया तो त्योहारी सीजन में कीमतों में और भी अधिक उछाल आ सकता है।
सरकार ने इस वर्ष ओएमएसएस (ओपन मार्केट सेल स्कीम) के तहत 56 लाख टन गेहूं बेचने का निर्णय लिया है। हालांकि, पिछले वर्ष के मुकाबले यह मात्रा काफी कम है। 2023-24 के बीच सरकार ने अपने स्टॉक से 100 लाख टन गेहूं बेचा था, जिससे आटा मिलर्स और अन्य बड़े खरीदारों को सस्ती कीमतों पर गेहूं मिल सका था। इस वर्ष सरकार ने गेहूं की बिक्री की दर 2325 रुपये प्रति क्विंटल तय की है, जबकि उसकी खुद की लागत 3100 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक है।
महंगाई का असर सिर्फ गेहूं तक ही सीमित नहीं है। आटे के बढ़ते दामों का असर ब्रेड, बिस्किट, नूडल्स, पास्ता और अन्य गेहूं से बनने वाले उत्पादों पर भी पड़ेगा। इसके चलते त्योहारों के दौरान इन उत्पादों की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जिससे आम जनता को अतिरिक्त बोझ सहना पड़ेगा।
वर्तमान परिस्थितियों में सरकार को तुरंत अपने स्टॉक से गेहूं जारी करने की जरूरत है। इससे न केवल कीमतों को नियंत्रित किया जा सकेगा, बल्कि आम जनता को भी महंगाई से राहत मिलेगी। वहीं, उपभोक्ताओं को भी अपनी जरूरतों के हिसाब से गेहूं और आटे की खरीदारी पर ध्यान देना चाहिए ताकि अचानक कीमतों में उछाल से बचा जा सके।