जयपुर कलेक्टर का ‘रास्ता खोलो अभियान’: गांवों, खेतों में बंद रास्ते को खोलने के लिए हर सप्ताह चलाया जाएगा अभियान
जयपुर कलेक्टर का 'रास्ता खोलो अभियान': गांवों, खेतों में बंद रास्ते को खोलने के लिए हर सप्ताह चलाया जाएगा अभियान
जयपुर कलेक्टर का ‘रास्ता खोलो अभियान’: गांवों, खेतों में बंद रास्ते को खोलने के लिए हर सप्ताह चलाया जाएगा अभियान
Khet Tak : Jaipur, 14 November- जयपुर में ग्रामीण क्षेत्रों में बंद रास्तों को खुलवाने के उद्देश्य से जयपुर कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र सोनी ने ‘रास्ता खोलो अभियान’ की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इस अभियान के तहत, ग्रामीणों की सुविधा और आने-जाने में हो रही परेशानियों को दूर करने के लिए हर सप्ताह कम से कम तीन रास्तों को खोलने का लक्ष्य रखा गया है। गांवों और ढाणियों में अक्सर निजी विवादों के चलते रास्ते बंद हो जाते हैं, जिससे लोगों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इस अभियान से ग्रामीणों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
‘रास्ता खोलो अभियान’ की प्रमुख बातें
अभियान का नाम रास्ता खोलो अभियान
आरंभ की तिथि 15 नवंबर से
लक्ष्य सप्ताह में कम से कम 3 बंद रास्तों को खुलवाना
प्रमुख अधिकारी अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम)
समस्याओं का समाधान समझाइश और समन्वय से; आवश्यक होने पर पुलिस बल का उपयोग
अभियान की आवश्यकता क्यों?
जयपुर कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र सोनी ने बताया कि जनसुनवाई में सबसे अधिक शिकायतें ग्रामीण क्षेत्रों में बंद रास्तों की आ रही थीं। गांवों में छोटे विवादों के कारण रास्ते बंद हो जाते हैं, जिससे लोगों को दिक्कत होती है और उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। इससे जनता को न केवल समय का नुकसान होता है, बल्कि परिवहन में भी असुविधा होती है।
अभियान के तहत उठाए गए कदम
इस अभियान के तहत निम्नलिखित प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा:
समझाइश और समन्वय के जरिए समाधान: उन प्रकरणों में, जहां बंद रास्ते विवाद के कारण बंद हैं, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समझाइश की जाएगी ताकि आपसी सहमति से रास्तों को खोला जा सके।
पुलिस बल का सहयोग: जहां अतिक्रमण हटाने की आवश्यकता होगी और सामान्य समझाइश कारगर नहीं होगी, वहां पुलिस बल का सहयोग लिया जाएगा। इससे अनावश्यक विवादों का निपटारा हो सकेगा।
एसडीएम की जिम्मेदारी: सभी उपखंड अधिकारियों को रास्ता खोलने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सप्ताह में एक बार तहसीलदार, थानाधिकारी और विकास अधिकारी के साथ बैठक कर बंद रास्तों का चिन्हीकरण किया जाएगा।
मजबूत सड़क निर्माण: खोले गए रास्तों पर ग्रेवल या सीसी रोड का निर्माण किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो।
पुलिस फोर्स की सहायता से अतिक्रमण हटाना
अभियान के तहत, उन क्षेत्रों में जहां रास्तों पर अतिक्रमण कर रखा गया है, वहां पुलिस की सहायता से अतिक्रमण हटाने का कार्य किया जाएगा। यह कार्य उन क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करेगा जहां यातायात जाम की समस्या बनी रहती है, जैसे मुख्य बाजारों और सड़कों पर अतिक्रमण।
स्थायी समाधान के लिए मजबूत सड़क निर्माण
जयपुर कलेक्टर ने स्पष्ट किया है कि जहां रास्तों को खोला जाएगा, वहां पर ग्रेवल या सीसी रोड का निर्माण तुरंत किया जाएगा ताकि रास्ते पुनः बंद न हो सकें। इस कार्य के लिए उपखंड अधिकारी जिम्मेदार होंगे, और अभियान का पूरा नियंत्रण अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रथम) के पास रहेगा।
अभियान के लाभ
इस अभियान से ग्रामीण जनता को बड़ा लाभ मिलेगा। बंद रास्तों के खुलने से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन में आसानी होगी, बल्कि किसानों और अन्य ग्रामीणों के लिए उनके खेतों और ढाणियों तक पहुंच आसान हो जाएगी। इससे कोर्ट में बढ़ते मामलों में भी कमी आने की संभावना है, क्योंकि विवादों का निपटारा आपसी समझ से किया जाएगा।