गुडिया खेड़ा में खाद की कमी ने किसानों की बढ़ाई चिंता, इस सीजन में पहली बार पहुंचे 250 बैग, किसानों में मची अफरा-तफरी
Lack of fertilizer in Gudiya Kheda increased the concern of farmers, 250 bags arrived for the first time in this season, there was panic among the farmers.
गुडिया खेड़ा में खाद की कमी ने किसानों की बढ़ाई चिंता, इस सीजन में पहली बार पहुंचे 250 बैग, किसानों में मची अफरा-तफरी
चोपटा। 30 अक्टूबर (संदीप) खंड के गुड़िया खेड़ा गांव में रबी फसलों की बुआई के लिए इस साल पहली बार डीएपी खाद के 250 बैग पहुंचे हैं। खाद की आपूर्ति की खबर से ही गांव में अफरा-तफरी मच गई, और किसानों की लंबी लाइनें खाद वितरण केंद्र पर लग गईं। जैसे ही खाद के बैग पहुंचने की जानकारी मिली, किसानों ने तुरंत केंद्र की ओर रुख किया। अधिक भीड़ और आपाधापी की स्थिति में माहौल बिगड़ता देख पुलिस को बुलाया गया। जमाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला । पुलिस ने शांति बनाए रखने के लिए किसानों को निर्देश दिए और हर किसान को एक बैग देने की योजना बनाई ताकि अधिक से अधिक किसानों को खाद मिल सके।
खाद की कमी से परेशान किसान
रबी सीजन की फसल की बुआई का समय आ गया है, लेकिन किसानों को अभी भी खाद की कमी का सामना करना पड़ रहा है। खाद न मिलने से किसान चिंता में हैं, क्योंकि रबी की बुआई का उचित समय होता जा रहा है। डीएपी खाद का उपयोग फसलों की अच्छी उपज के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन समय पर खाद न मिलने से किसानों को संभावित नुकसान का डर है। कई किसानों का कहना है कि इस सीजन में डीएपी की मांग काफी बढ़ी है, लेकिन आपूर्ति पर्याप्त नहीं हो रही है। यहां तक कि एक किसान ने बताया हम हर साल की तरह समय पर बुआई करना चाहते हैं, लेकिन खाद न मिलने से हमें देरी हो रही है। सरकार को चाहिए कि वह खाद वितरण प्रणाली को सही तरीके से बनाए ताकि इस तरह की समस्या न आए।
यह समय रबी की फसल के लिए महत्वपूर्ण है, और खाद की कमी से किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। सरकार को चाहिए कि वह ग्रामीण क्षेत्रों में खाद वितरण की बेहतर व्यवस्था बनाए। खाद वितरण में हो रही देरी से कई गांवों में ऐसी ही स्थिति पैदा हो रही है, और किसानों की खेती की लागत भी बढ़ रही है।