UPPCL: यूपी में बढ़ सकती है बिजली की कीमतें! नई दरों की घोषणा जल्द, उपभोक्ताओं को राहत नहीं?
यूपी में बिजली की दरों में जल्द बढ़ोतरी की संभावना। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग इस सप्ताह कर सकता है नई दरों की घोषणा। उपभोक्ताओं के लिए क्या होंगी नई दरें, जानिए ताजा अपडेट।
UPPCL: यूपी में बढ़ सकती है बिजली की कीमतें! नई दरों की घोषणा जल्द, उपभोक्ताओं को राहत नहीं?
उत्तर प्रदेश में बिजली की दरें बढ़ने की संभावना, नियामक आयोग अगले तीन-चार दिनों में कर सकता है नई दरों का ऐलान
उत्तर प्रदेश में बिजली की कीमतें जल्द बढ़ सकती हैं। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPERC) इस सप्ताह नई बिजली दरों की घोषणा कर सकता है। राज्य में बढ़ती महंगाई के बीच बिजली दरों में बढ़ोतरी से उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है। हालांकि, उपभोक्ता संगठनों ने बिजली कंपनियों पर 33,122 करोड़ रुपये के सरप्लस को ध्यान में रखते हुए दरों में कमी की मांग की है, लेकिन पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन का तर्क है कि खराब वित्तीय स्थिति के कारण यह संभव नहीं है।
विद्युत अधिनियम 2003 और नई दरों की प्रक्रिया
विद्युत अधिनियम 2003 के तहत, बिजली कंपनियों को अपनी वार्षिक राजस्व आवश्यकता (ARR) प्रस्तुत करनी होती है। इसके बाद नियामक आयोग को 120 दिनों के भीतर बिजली दरों की घोषणा करनी होती है। इस अवधि की समाप्ति इसी सप्ताह होने जा रही है, और संभावना जताई जा रही है कि अगले तीन-चार दिनों में आयोग नई दरों पर अंतिम निर्णय ले सकता है।
उपभोक्ताओं की मांग और कंपनियों की स्थिति
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा का कहना है कि उपभोक्ताओं का 33,122 करोड़ रुपये सरप्लस बिजली कंपनियों पर निकलता है, जो उपभोक्ताओं को राहत देने का आधार हो सकता है। उन्होंने राज्य सलाहकार समिति में टैरिफ निर्धारण को लेकर दरें घटाने की मांग की थी।
हालांकि, पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन का कहना है कि उनकी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है, जिस कारण दरों में कमी करना संभव नहीं है। वर्मा ने नोएडा पावर कंपनी का उदाहरण दिया, जहां उपभोक्ताओं के 1000 करोड़ रुपये सरप्लस निकलने पर बिजली की दरों में 10 प्रतिशत की कटौती की गई थी। उनका सवाल है कि यह प्रक्रिया अन्य बिजली कंपनियों में क्यों नहीं लागू हो रही?
उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत?
उपभोक्ताओं को दरों में कमी की उम्मीद थी, लेकिन पावर कॉर्पोरेशन के रुख से यह मुश्किल लग रहा है। नए टैरिफ के ऐलान से यह स्पष्ट हो जाएगा कि उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी या बिजली दरें और बढ़ेंगी।