कृषि समाचारवायरलसरकारी योजना

Smart kheti: इसी महीने से बढ़ने वाले हैं प्याज के भाव, इस विधि से करेंगे अगर प्याज की खेती, कम समय में हो जाएंगे मालामाल

रबी सीजन के दौरान प्याज की खेती अक्टूबर से नवंबर के बीच की जाती है।

Smart kheti: इसी महीने से बढ़ने वाले हैं प्याज के भाव, इस विधि से करेंगे अगर प्याज की खेती, कम समय में हो जाएंगे मालामाल

 

प्याज की खेती किसानों के लिए एक लाभदायक व्यवसाय साबित हो सकती है, खासकर तब जब प्याज के भाव 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकते हैं। प्याज की मांग पूरे साल बनी रहती है रबी सीजन के दौरान प्याज की खेती अक्टूबर से नवंबर के बीच की जाती है। प्याज की खेती शुरू करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि खेत की तैयारी अच्छे से की गई हो।

खेत की तैयारी

जुताई
खेत की 3-4 बार जुताई करें ताकि मिट्टी भुरभुरी हो सके।

खाद डालें
जैविक खाद का प्रयोग करें ताकि मिट्टी की उर्वरता बढ़े।

मिट्टी का तापमान
प्याज की अच्छी पैदावार के लिए 15°C से अधिक का तापमान बेहतर होता है।

बारिश की मात्रा
प्याज की खेती के लिए 650-750 मिमी बारिश पर्याप्त होती है।

 

बीज का चयन और उपचार

प्याज की नर्सरी तैयार करने के लिए सबसे पहले बीजों को फफूंदनाशक से उपचारित करें। इस प्रक्रिया से फसल बीज जनित रोगों से बची रहती है और उत्पादन बढ़ता है।

बीजों को 2-3 ग्राम फफूंदनाशक के साथ मिलाकर उपचारित करें। इससे बीज रोगमुक्त रहते हैं और प्याज की पौध मजबूत होती है।

रोपाई कैसे करें?

प्याज की पौध लगभग 40-45 दिनों में तैयार हो जाती है। पौध की रोपाई के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें

रोपाई का समय
शाम के समय रोपाई करें ताकि धूप से पौध को नुकसान न हो।

पंक्तियों की दूरी
पंक्ति से पंक्ति के बीच 15 सेमी और पौधों के बीच 7.5 सेमी की दूरी रखें।

सिंचाई
रोपाई के बाद हल्की सिंचाई करें और पानी की मात्रा का ध्यान रखें।

 

सिंचाई कब और कैसे करें?

प्याज की फसल को शुरुआती दिनों में 1-2 दिन के अंतराल पर सिंचाई की आवश्यकता होती है। बाद में, पौध अच्छी तरह स्थापित हो जाने के बाद 10-15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई की जा सकती है।

प्याज की सिंचाई समय सारणी

फसल की कटाई

पौध लगाने के लगभग 120 दिनों बाद प्याज की फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इस समय तक फसल की अच्छी देखभाल से उत्पादन में वृद्धि होती है। प्याज की खेती में सही देखभाल, समय पर सिंचाई और बीजों का उचित उपचार करके आप इस सीजन में उच्च गुणवत्ता वाली फसल प्राप्त कर सकते हैं। खासकर जब बाजार में प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंचने की उम्मीद है, तो यह खेती किसानों के लिए एक लाभकारी सौदा साबित हो सकती है।

Sandeep Verma

नमस्ते, मैं संदीप कुमार । मैं 10 साल से लगातार पत्रकारिता कर रहा हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेत तक जुड़ी हर खबरें बताने का प्रयास करूँगा । मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर तकनीक और योजनाओ का लाभ प्राप्त कर सकें। ताजा खबरों के लिए आप खेत तक के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button