Bharat 6G Alliance: केंद्रीय मंत्री का बड़ा ऐलान, भारत का 6G में अग्रणी बनने का लक्ष्य, जल्द ही मिलेगी 6G सेवाएं
भारत ने 6G टेक्नोलॉजी की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 6G में भारत का लक्ष्य 10% अंतरराष्ट्रीय पेटेंट हासिल करना है।
Bharat 6G Alliance: केंद्रीय मंत्री का बड़ा ऐलान, भारत का 6G में अग्रणी बनने का लक्ष्य, जल्द ही मिलेगी 6G सेवाएं
नई दिल्ली, खेत तक : भारत में 5G नेटवर्क का तेजी से विस्तार हो रहा है और अब देश ने 6G तकनीक की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। इस दिशा में सरकार ने ‘भारत 6G अलायंस’ की स्थापना की है, जिसके तहत भारतीय टेलीकॉम कंपनियां अगले तीन वर्षों में 6G तकनीक के पेटेंट का 10 प्रतिशत हिस्सा हासिल करने और वैश्विक मानकों में महत्वपूर्ण योगदान देने का लक्ष्य बना रही हैं। इस पहल से भारत न सिर्फ तकनीकी क्षेत्र में अपनी साख मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक नया मुकाम हासिल करेगा।
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने इस बात की घोषणा की कि भारत ने 5G सेवाओं को दुनिया में सबसे तेज गति से लागू किया है और अब 6G टेक्नोलॉजी की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में 6G पेटेंट में 10% की हिस्सेदारी हासिल करना है। यह बयान उन्होंने AIMA राष्ट्रीय प्रबंध सम्मेलन के 51वें संस्करण में दिया, जहां उन्होंने देश के तेजी से बदलते टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी प्रकाश डाला।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत में 5G नेटवर्क का विस्तार तेजी से हुआ है और इसके तहत अब तक 4.5 लाख से अधिक 4G टावर स्थापित किए जा चुके हैं। इसके साथ ही, BSNL के लिए भारत ने अपनी स्वदेशी 4G तकनीक का भी निर्माण किया है, जिससे भविष्य में टेलीकॉम सेवाओं में और अधिक सशक्तिकरण की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि ‘भारत 6G अलायंस’ के तहत 6G तकनीक पर काम तेजी से किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि भारत न सिर्फ 5G नेटवर्क में अग्रणी है, बल्कि वह 6G टेक्नोलॉजी में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान देगा। 6G के लिए भारत ने 10% अंतरराष्ट्रीय पेटेंट हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जिससे भारत की तकनीकी श्रेष्ठता को और मजबूती मिलेगी। सिंधिया ने बताया कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से देश के हर कोने को जोड़ने का भी लक्ष्य रखा गया है, ताकि हर व्यक्ति डिजिटल क्रांति का लाभ उठा सके।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि आज भारत दुनिया में मोबाइल फोन उत्पादन के मामले में दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। यह उपलब्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से बढ़ने का प्रतीक है। इसके साथ ही, स्वदेशी 4G प्रौद्योगिकी के सफल निर्माण के बाद, सरकार अगले कुछ वर्षों में 6G तकनीक पर काम करके उसे भी लागू करने का लक्ष्य बना रही है।
सिंधिया ने कहा कि देश के हर कोने को डिजिटल तकनीक से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए अब तक 4.5 लाख से अधिक टावर लगाए जा चुके हैं, और सरकार अगले कुछ वर्षों में 20,000 और टावर लगाने की योजना पर काम कर रही है, जिसके लिए 44,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
मंत्री ने बताया कि भारत ने अब तक न सिर्फ तकनीकी क्रांति को अपनाया है, बल्कि अपने स्वदेशी तकनीकी ढांचे को भी विकसित किया है। डिजिटल क्रांति के इस दौर में नयी प्रौद्योगिकी का उपयोग और उत्पादन, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। इसके साथ ही, सरकार ने पोस्ट ऑफिस अधिनियम और दूरसंचार अधिनियम में भी व्यापक बदलाव की घोषणा की है, जिससे देश में डिजिटल परिवर्तन की रफ्तार और तेज हो जाएगी।
भारत का 6G की दिशा में उठाया गया यह कदम देश को तकनीकी नवाचार में अग्रणी बनाएगा और वैश्विक स्तर पर उसे और अधिक सशक्त करेगा।