Khet Tak, New Delhi, 14 September, रेलवे बोर्ड ने 1 जनवरी 2025 से उत्तर प्रदेश से होकर गुजरने वाली चार प्रमुख ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा देने का निर्णय लिया है। इन ट्रेनों की स्पीड में वृद्धि के साथ-साथ किराए में भी मामूली बढ़ोतरी होगी। इस निर्णय से पातालकोट एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, मुंबई सीएसटी-अमृतसर एक्सप्रेस और छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के यात्रियों को सुविधा मिलेगी।
स्पीड में वृद्धि, समय की बचत
इन चारों ट्रेनों की मौजूदा औसत स्पीड 80 किमी प्रति घंटा है, जिसे बढ़ाकर 100 से 110 किमी प्रति घंटा किया जाएगा। इससे आगरा, ग्वालियर, झांसी जैसी जगहों के यात्रियों का सफर 45 मिनट से लेकर 1 घंटे तक कम हो जाएगा। यह न केवल यात्रियों के समय की बचत करेगा, बल्कि सफर को और सुविधाजनक भी बनाएगा।
ट्रेन नंबर | ट्रेन का नाम |
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14623-24 | पातालकोट एक्सप्रेस |
11078-77 | झेलम एक्सप्रेस |
11057-58 | मुंबई सीएसटी-अमृतसर एक्सप्रेस |
18238-37 | छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस |
किराए में होगी मामूली बढ़ोतरी
इन ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा मिलने के साथ ही किराए में भी थोड़ी वृद्धि की जाएगी। जनरल कोच के यात्रियों को 20 रुपये प्रति टिकट अतिरिक्त देना होगा, जबकि स्लीपर और थर्ड एसी कोच के यात्रियों को 45 रुपये की बढ़ोतरी का सामना करना पड़ेगा। सेकंड और फर्स्ट एसी कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए किराया 60 रुपये तक बढ़ सकता है।
स्पीड बढ़ने से दूरी होगी कम
ग्वालियर से झांसी जैसी जगहों की दूरी अब इन ट्रेनों से और भी कम समय में पूरी की जा सकेगी। पहले जहां यह सफर 1 घंटे 45 मिनट का होता था, अब यह 1 घंटे 15 मिनट में ही पूरा हो जाएगा। इससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक जल्द पहुंचने का लाभ मिलेगा।
नई व्यवस्था कब से लागू होगी?
रेलवे द्वारा यह नई व्यवस्था 1 जनवरी 2025 से लागू की जाएगी। इसके बाद यह ट्रेनें सुपरफास्ट श्रेणी में आ जाएंगी और अधिकतम स्पीड से सफर करेंगी। यह बदलाव केवल यूपी से होकर गुजरने वाली ट्रेनों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि देशभर की कई ट्रेनों को सुपरफास्ट का दर्जा दिया जाएगा।
बढ़ेगा किराया, लेकिन समय की होगी बचत
हालांकि, किराए में 20 से 60 रुपये तक की वृद्धि होगी, लेकिन इससे होने वाली समय की बचत और यात्रा की सुविधाजनकता को देखते हुए यह बदलाव यात्रियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। रेलवे बोर्ड का यह कदम न केवल ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि यात्रियों के समय की भी बचत करेगा।