गन्ने की फसल के लिए खतरनाक कीट: कैसे करें मिली बग और आर्मी वर्म से बचाव, जानिए एक्सपर्ट की राय
गन्ने की फसल के लिए मिली बग और आर्मी वर्म खतरनाक साबित हो सकते हैं। जानिए इनसे बचाव के उपाय और कृषि वैज्ञानिकों की सलाह।
गन्ने की फसल के लिए खतरनाक कीट: कैसे करें मिली बग और आर्मी वर्म से बचाव, जानिए एक्सपर्ट की राय
Khet Tak, 11 September, गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए बरसात का मौसम कुछ कीटों के कारण बेहद चुनौतीपूर्ण साबित होता है। खासकर, मिली बग और आर्मी वर्म जैसे कीट गन्ने की फसल को बहुत तेजी से नुकसान पहुंचाते हैं। अगर समय रहते इन कीटों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो यह फसल को पूरी तरह बर्बाद कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के कृषि वैज्ञानिक डॉ. नीलम कुरील ने इन कीटों से बचाव और नियंत्रण के उपाय सुझाए हैं।
गन्ने की फसल पर मिली बग का खतरनाक प्रभाव
सितम्बर के महीने में गन्ने की फसल कई कीटों के हमले की चपेट में आ जाती है। सबसे घातक कीटों में से एक है मिली बग। यह कीट गन्ने की गांठों पर चिपक कर उसका रस चूसता है, जिससे पौधा धीरे-धीरे कमजोर हो जाता है। इससे पत्तियों का रंग पीला पड़ने लगता है और प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे पौधे का विकास रुक जाता है।
मिली बग से बचाव के उपाय:
समय पर कीटनाशकों का छिड़काव करना आवश्यक है।
5 लीटर क्लोरो पायरीफॉस 20 ईसी को 1000 लीटर पानी में मिलाकर एक हेक्टेयर में छिड़काव करें।
750 ml रॉकेट को 1000 लीटर पानी में मिलाकर खेत में छिड़काव कर सकते हैं।
इमिडा क्लोप्रिड कीटनाशक का 200 ml 1000 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
पत्तियों को कुतरने वाले कीटों का भी करें नियंत्रण
गन्ने की पत्तियों को कुतरने वाले कीट जैसे टिड्डा और आर्मी वर्म भी फसल को भारी नुकसान पहुंचाते हैं। ये कीट पत्तियों को काट देते हैं, जिससे पौधे को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता और धीरे-धीरे पौधा सूखने लगता है।
आर्मी वर्म और टिड्डे से बचाव के उपाय
समय पर कीटनाशक का छिड़काव बेहद जरूरी है।
अगर बारिश के बाद फिर से कीट दिखने लगें, तो 20-25 दिनों के अंतराल पर कीटनाशक का दोबारा छिड़काव करें।
छिड़काव के लिए क्लोरो पायरीफॉस 20 ईसी, रॉकेट, और इमिडा क्लोप्रिड जैसे कीटनाशक प्रभावी माने जाते हैं।
कीट का नाम नुकसान बचाव के उपाय
मिली बग गन्ने का रस चूसकर पौधे को कमजोर करता है क्लोरो पायरीफॉस या इमिडा क्लोप्रिड का छिड़काव
आर्मी वर्म पत्तियों को कुतरता है समय पर कीटनाशक का छिड़काव
समय पर नियंत्रण क्यों है जरूरी?
कृषि वैज्ञानिक डॉ. नीलम कुरील के अनुसार, इन कीटों का समय पर नियंत्रण करना बेहद जरूरी है, क्योंकि एक बार पौधा कमजोर हो जाने के बाद उसे ठीक करना मुश्किल हो जाता है। इससे उत्पादन में भारी गिरावट आती है, जिसका सीधा असर किसानों की आय पर पड़ता है।