Radish Farming : मूली की खेती में पहली बार कौन सी दवा छिड़कें, जानें सही दवा और छिड़काव का सही समय सहित संपूर्ण जानकारी
Which medicine to spray for the first time in radish cultivation: Know complete information including the right medicine and the right time of spraying.
Radish Farming : मूली की खेती में पहली बार कौन सी दवा छिड़कें, जानें सही दवा और छिड़काव का सही समय सहित संपूर्ण जानकारी
खेत तक, नई दिल्ली, किसान भाइयों मूली की खेती में कीड़े लगना एक आम समस्या है खासकर फसल के शुरुआती दौर में। यदि कीट नियंत्रण के लिए सही दवा का उपयोग और समय पर छिड़काव किया जाए तो मूली की गुणवत्ता और उत्पादन में सुधार किया जा सकता है। इस लेख में हम आपको मूली की खेती में पहले छिड़काव के लिए उपयुक्त दवा उसके उपयोग के तरीके और सही समय के बारे में बताएंगे।
मूली की खेती में कीड़ों का खतरा
मूली के शुरुआती विकास के समय पर कीटों का प्रकोप सबसे अधिक होता है। छोटे कीड़े मूली की जड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन में कमी आ सकती है। आमतौर पर, कीड़े फसल के तने और जड़ों को खोखला बना देते हैं, जिससे मूली का विकास रुक जाता है।
दवा छिड़काव का सही समय
मूली की फसल में कीड़े लगने से बचने के लिए सही समय पर दवा का छिड़काव करना बेहद जरूरी है। नीचे दिए छिड़काव के सही समय और उपयोग की जानकारी दी गई है:
पहले छिड़काव के लिए उपयुक्त दवा: बुवाई के 10-12 दिन बाद मूली के पौधों में छोटे कीड़े दिखाई देने लगते हैं। इस समय 100 ग्राम कीटनाशक का छिड़काव करना जरूरी होता है, जो बाजार में लगभग ₹100 के आसपास मिल जाती है।
छिड़काव का समय: पहले छिड़काव के लिए सबसे उपयुक्त समय बुवाई के 10-12 दिन बाद का होता है, जब पौधे नाजुक अवस्था में होते हैं। इससे कीड़े पत्तियों और जड़ों को नुकसान नहीं पहुंचा पाते हैं।
सही मात्रा: दवा की सही मात्रा और छिड़काव का तरीका फसल की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। 100 ग्राम की दवा को पानी में घोलकर समान रूप से पौधों पर छिड़कें।
अन्य आवश्यक देखभाल: पहले छिड़काव के बाद फसल पर नजर बनाए रखें। अगर कीड़ों का प्रकोप कम नहीं होता है तो जैविक कीटनाशक का भी उपयोग कर सकते हैं, जो फसल की गुणवत्ता को और बेहतर बनाता है।