2kW Solar Panel से कौन-कौन से उपकरण चला सकते हैं? जानिए पूरी जानकारी
घर में सोलर पैनल लगाने से पहले जानिए क्या-क्या उपकरण चला सकते हैं
2kW Solar Panel से कौन-कौन से उपकरण चला सकते हैं? जानिए पूरी जानकारी
घर में सोलर पैनल लगाने से पहले जानिए क्या-क्या उपकरण चला सकते हैं
Khet Tak, New Delhi, बढ़ती बिजली की कीमतों और पर्यावरण के प्रति जागरूकता के चलते, घरों में सोलर पैनल लगवाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यदि आप भी अपने घर के लिए 2kW Solar Panel सिस्टम लगाने का सोच रहे हैं, तो आपको यह जानना जरूरी है कि इस क्षमता के सोलर पैनल से कौन-कौन से उपकरण आसानी से चलाए जा सकते हैं।
2kW क्षमता वाले सोलर पैनल अधिकांश घरों में उपयुक्त साबित होते हैं। ये पैनल प्रतिदिन लगभग 10 यूनिट बिजली का उत्पादन करने में सक्षम होते हैं, बशर्ते आपके इलाके में धूप की उचित मात्रा मिलती हो। यदि आपके घर में प्रतिदिन 10 यूनिट तक बिजली की खपत होती है, तो यह पैनल आपके लिए सही विकल्प हो सकता है।
On-grid Solar System का सबसे बड़ा लाभ यह है कि आप इसे सरकारी सब्सिडी के तहत लगवा सकते हैं। इस सिस्टम के जरिए आप हर प्रकार के विद्युत उपकरण, चाहे वह कितनी भी क्षमता के क्यों न हों, आसानी से चला सकते हैं। On-grid सिस्टम में सोलर पैनल से बनने वाली बिजली सीधे ग्रिड में भेज दी जाती है और जब भी आपको आवश्यकता होती है, तो आप ग्रिड से बिजली ले सकते हैं। इसके लिए आपको लगभग 60,000 रुपये तक की सब्सिडी भी प्राप्त हो सकती है।
Off-grid Solar System की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें बिजली की स्टोरेज के लिए बैटरी का उपयोग किया जाता है। हालांकि, इस सिस्टम से जुड़े सभी उपकरणों को एक साथ चलाना सही नहीं होता, क्योंकि इससे सिस्टम खराब हो सकता है। Off-grid Solar System से आप निम्नलिखित उपकरण चला सकते हैं:
उपकरण अनुमानित वाट खपत
पंखा (Fan) 60-100W
LED बल्ब (LED Bulb) 10-15W
टीवी (Television) 100-150W
रेफ्रिजरेटर (Refrigerator) 200-300W
लैपटॉप (Laptop) 50-75W
चार्जर (Mobile Charger) 5-10W
सोलर पैनल के प्रकार और उनकी विशेषताएं
बाजार में मुख्य रूप से तीन प्रकार के सोलर पैनल उपलब्ध होते हैं: पॉलीक्रिस्टलाइन, मोनोक्रिस्टलाइन, और बाइफेशियल।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल: ये पैनल सबसे सस्ते होते हैं और सही धूप मिलने पर बिजली का उत्पादन करते हैं।
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल: ये पैनल खराब मौसम में भी बिजली उत्पन्न कर सकते हैं और अधिक क्षमता वाले होते हैं।
बाइफेशियल सोलर पैनल: ये पैनल दोनों तरफ से बिजली का उत्पादन करते हैं और सबसे ज्यादा बिजली उत्पन्न करते हैं।