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आपके आसपास भी नहीं फटकेंगे नील गाय और जंगली जानवर, बीवी की लाल साड़ी ही कर देगी बड़ा कमाल

आपके आसपास भी नहीं फटकेंगे नील गाय और जंगली जानवर, बीवी की लाल साड़ी ही कर देगी बड़ा कमाल

खेत तक, नई दिल्ली, 17 अगस्त, उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों के किसान फसल बुवाई के बाद एक आम समस्या का सामना करते हैं—जंगली जानवर और मवेशी, खासकर नीलगाय और जंगली सूअर, जो उनकी फसलों को नष्ट कर देते हैं। इससे फसल की पैदावार पर बुरा असर पड़ता है और किसानों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन अब किसानों को इस समस्या से निपटने के लिए एक सस्ता और प्रभावी तरीका मिल गया है।

तेलंगाना के किसानों ने साबित कर दिया है कि बिना किसी महंगे समाधान के भी फसलों को इन जंगली जानवरों से बचाया जा सकता है। इस उपाय का नाम है—साड़ियों का उपयोग, और खासतौर पर लाल साड़ियों का।

साड़ियों से बचाएं फसल
तेलंगाना के किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए साड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, तेलंगाना के खम्मम जिले के किसानों ने लाल साड़ियों का उपयोग कर जंगली सूअर और नीलगायों को अपनी मिर्च और अन्य फसलों से दूर रखने में सफलता पाई है। इन किसानों का मानना है कि लाल साड़ियों की वजह से जंगली जानवर खेत में आने से डरते हैं, उन्हें लगता है कि खेत का मालिक मौके पर मौजूद है।

खेतों में फैली रंग-बिरंगी साड़ियां देखकर ऐसा लगता है कि जैसे किसी ने साड़ियां धोने के बाद सुखाने के लिए फैला दी हों। लेकिन हकीकत में यह सस्ते और प्रभावी उपाय का हिस्सा है, जिसमें साड़ियां जंगली जानवरों को खेतों से दूर रखने का काम करती हैं।

अलग-अलग रंग की साड़ियों का उपयोग करें
प्रो. जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व शोध निदेशक, डॉ. जगदीश का मानना है कि साड़ियों के उपयोग से जंगली सूअरों के हमले में कमी आई है। वे साड़ियों को देखकर खेत में घुसने से डरते हैं। हालांकि, उन्होंने सलाह दी है कि किसानों को अलग-अलग रंग की साड़ियों का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि एक जैसे रंग की साड़ियां जानवरों पर प्रभावी नहीं होतीं।

साड़ियों का अन्य लाभ 
बीज किसान बोड्डुपल्ली नरसिम्हा राव ने बताया कि साड़ियां न केवल जंगली जानवरों को दूर रखती हैं, बल्कि मिर्च की नर्सरी के लिए एक ढाल का काम भी करती हैं। जब अचानक बारिश होती है, तो साड़ियां मिट्टी के ऊपर की परत को बहने से रोकती हैं, जिससे मिर्च के बीज खराब नहीं होते। इस प्रकार, साड़ियां नर्सरी को सुरक्षा प्रदान करती हैं और फसल के उत्पादन में सुधार लाती हैं।

अन्य राज्यों के लिए भी प्रभावी उपाय
तेलंगाना के किसानों द्वारा अपनाया गया यह अनोखा उपाय उत्तर भारत के किसानों के लिए भी उपयोगी साबित हो सकता है। वे भी साड़ियों का उपयोग कर जंगली जानवरों से अपनी फसलों को बचा सकते हैं, और इसके साथ ही अपनी लागत में भी कमी ला सकते हैं।

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