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Millet Farming : राज्य सरकार ने किया बड़ा ऐलान, किसानों को मिलेगा ₹1,000 प्रति क्विंटल बोनस, दिए मार्गदर्शी निर्देश

मध्य प्रदेश सरकार ने किया बड़ा ऐलान, मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को सीधे खाते में मिलेगा प्रोत्साहन

Millet Farming : राज्य सरकार ने किया बड़ा ऐलान, किसानों को मिलेगा ₹1,000 प्रति क्विंटल बोनस, दिए मार्गदर्शी निर्देश

मध्य प्रदेश सरकार ने किया बड़ा ऐलान, मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को सीधे खाते में मिलेगा प्रोत्साहन

Millet Farming : खेत तक, 9 अगस्त, देश में मिलेट्स (Millet Farming) की खेती को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। “रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना” के तहत राज्य सरकार मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को ₹1,000 प्रति क्विंटल बोनस प्रदान करेगी। यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी, जिससे किसानों को अधिकतम लाभ पहुंचाया जा सके।

मोटे अनाज की खेती से जुड़ी योजना 
मोटे अनाज या मिलेट्स (Millet Farming) , जैसे कोदो-कुटकी, रागी, ज्वार, और बाजरा, सूखा-प्रभावित क्षेत्रों में खेती के लिए आदर्श हैं। यह अनाज कम पानी और कम उपजाऊ भूमि में भी अच्छी उपज देते हैं, जिससे किसान कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। भारत सरकार की “श्री अन्न योजना” के तहत, इन अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है, और राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर किसानों को प्रोत्साहन दे रही हैं।

कैसे मिलेगा किसानों को लाभ
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने “रानी दुर्गावती श्रीअन्न प्रोत्साहन योजना” की घोषणा की, जिसके तहत मिलेट्स (Millet Farming) की खेती करने वाले किसानों को ₹1,000 प्रति क्विंटल का बोनस मिलेगा। यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजी जाएगी। इस योजना से किसानों को अपने उत्पादों का उचित मूल्य मिलने की संभावना बढ़ेगी, जिससे राज्य में मिलेट्स (Millet Farming) की खेती को प्रोत्साहन मिलेगा।

अनाज का प्रकार प्रोत्साहन राशि (₹/क्विंटल)
कोदो-कुटकी 1,000
रागी 1,000
ज्वार 1,000
बाजरा 1,000

मार्गदर्शी निर्देश
इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने पहले ही मार्गदर्शी निर्देश जारी कर दिए हैं। राज्य के लघु धान्य प्रसंस्करण और विपणन कार्यों में संलग्न एफपीओ/समूहों को एक महासंघ के रूप में संगठित किया गया है। यह महासंघ श्रीअन्न के लिए मूल्य श्रृंखला विकसित करने, उत्पादों की विशिष्ट पैकेजिंग, और ब्रांडिंग गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में मदद करेगा। इसके अलावा, यह किसानों को बेहतर विपणन व्यवस्था उपलब्ध कराते हुए उनके उत्पादों का उचित मूल्य दिलाने में भी सहायक होगा।

किसानों के लिए योजना के लाभ
इस योजना के तहत, किसानों को केवल बोनस ही नहीं, बल्कि उन्नत तकनीकी समर्थन भी मिलेगा। मध्य प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार, श्रीअन्न उत्पादक किसानों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने के लिए उनकी क्षमता संवर्धन, कोदो-कुटकी की विशिष्ट पैकेजिंग, और ब्रांडिंग गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। यह योजना न केवल किसानों की आय में वृद्धि करेगी, बल्कि उनकी उपज को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान दिलाने में भी मदद करेगी।

उत्कृष्ट मॉनिटरिंग और क्रियान्वयन
इस योजना का क्रियान्वयन किसान-कल्याण और कृषि विकास विभाग द्वारा किया जाएगा। योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, जिससे योजना के स्टेक होल्डर्स को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाया जा सके। योजना की मॉनिटरिंग उच्चतम स्तर पर की जाएगी, जिससे किसी भी प्रकार की दिक्कत का तुरंत समाधान किया जा सके।

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