अब 2 रूपये में होगा गन्ने की खेती का समाधान, आंधी-तुफान व बारिश में लहलाएगी गन्ने की खेती।
अब 2 रूपये में होगा गन्ने की खेती का समाधान, आंधी-तुफान व बारिश में लहलाएगी गन्ने की खेती।
खेत तक, नई दिल्ली, किसान भाईयो अधिक बारिश होने से किसानों की धड़कने तेज होने लग जाती है। धड़कन का तेज होना भी लाजमी है क्योकि सितंबर महीने में तेज और आंधी आने का भय किसानों को लगा रहता है। अधिक बारिश होने से गन्ने की फसल गिर जाती है। या फिर पिलापन आना शुरू हो जाता तो कहीं किट-पतगें फसलों हावी हो जाते है। बारिश के मौसम में गन्ने की खेती की देखभाल करना बहुत ही जरूरी है। किसान समय समय पर बंधाई कर दें ताकि आंधी या फिर तेज होने से फसल निचे न गिर जाए।
इसकी जानकारी देते हुए डाॅ. संजीव पाठक ने बताया कि किसान भाईयों को जुलाई महीने में ही पहली बंधाई का काम शुरू कर देना चाहिए। दूसरी बंधाई अगस्त महीने में करनी चाहिए वहीं गन्ने की खेती में तीसरी बंधाई सितंबर महीने में करनी चाहिए। ऐसा करने से किसानों को तेज बारिश व आंधी से कोई परेसानी नही होगी।
डाॅ. पाठक ने बताया कि गन्ने की खेती में तीसरी बंधाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यह बंधाई कैंची की तरह होती है। कैंची बंधाई गन्ने की खेती के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इससे गन्ने की फसल मजबूती के साथ सीधा खड़ी रहती है।
गन्ने की बंधाई करने का तरीका क्या है?
इसकी जानकारी देते हुए डाॅ. पाठक ने बताया कि जब गन्ने की फसल 4 से 5 फीट की लंबाई तक हो जाए तो उसमें 1 से 2 फीट तक गन्ने की सूखी पत्तियों को एक साथ बांध देना चाहिए एक महीने के बाद जब अगस्त का महीना आता है उस समय लगभग 50 से 60 सेंटीमीटर की उंचाई तक सूखी पत्तियों को बांध दें। उसके बाद सितंबर महीने में कैंची बंधाई करना शुरू कर दें।
कैंची बंधाई कैसे करें?
डाॅ. संजीव पाठक ने बताया कि कैंची बंधाई का कार्य किसान भाई अवश्य करें। कैंची बंधाई एक लाइन की दो थान और दूसरी लाइन के एक थान को मिलाकर कैंची बना लें और उसकी बंधाई कर दें। फिर दूसरी लाइन के दो और पहली लाइन के एक थान को मिलाकर एक जगह बांध देंण् ऐसा करने से गन्ना गिरने से बच जाता है। किसान गन्ने की सूखी पत्तियों या 1 मीटर लंबी रस्सी से थान को बांध दें। जिसमें किसानों को मामूली सा खर्च करना होगा। 1 मीटर रस्सी की कीमत करीब 2 रुपए तक रहती है ।